अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे, दिल का दौरा पड़ने से निधन

om-puri-3अभिनेता ओम पुरी नहीं रहे। शुक्रवार सुबह अपने घर में दिल का दौरा पड़ने से उनका निधन हो गया। वह 66 साल के थे। पद्मश्री और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीत चुके ओम पुरी को ब्रिटेन फिल्म जगत में अपने योगदान के लिए ब्रिटेन सरकार से ‘ऑनरेरी ऑफिसर ऑफ द ऑर्डर’ की उपाधि मिली। उन्होंने थिएटर, टेलीविजन, भारतीय, ब्रिटेन और अमेरिकी फिल्मों में भी काम किया। वह सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सीआईएनटीएए) के अध्यक्ष और राष्ट्रीय फिल्म विकास कॉर्पोरेशन (एनएफडीसी) के पूर्व अध्यक्ष थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बॉलीवुड अभिनेता ओम पुरी के निधन पर शोक जताया। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से शुक्रवार सुबह किए गए ट्वीट के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने ओम पुरी के निधन पर शोक जताया और थिएटर एवं फिल्मों में उनके योगदान को याद किया। अपनी विशिष्ट अभिनय शैली के लिए पहचाने जाने वाले ओम पुरी का रूझान सामाजिक मुद्दों वाली सिनेमा की ओर अधिक था। उन्होंने ‘आक्रोश’, ‘अर्ध सत्य’ और ‘धारावी’ जैसी फिल्में की। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) के पूर्व छात्र ओम पुरी ने ‘मिर्च मसाला’ जैसी कॉमेडी प्रधान फिल्मों में भी काम किया। उन्होंने इस विधा में ‘जाने भी दो यारों’, ‘चाची 420’, ‘हेरा फेरी’, ‘मालामाल वीकली’ जैसी तमाम फिल्में की। वह ‘काकाजी कहीन’ और ‘मिस्टर योगी’ जैसे टीवी कार्यक्रमों का भी हिस्सा रहे, लेकिन वह टीवी फिल्म ‘तमस’ के लिए खास तौर पर जाने जाते हैं। ओम पुरी ने फिल्मों के जरिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी पहचान बनाई। उन्होंने रिचर्ड अटनबोरो की फिल्म ‘गांधी’ में मेहमान भूमिका की थी। उनकी ब्रिटिश फिल्मों में ‘माय सन द फैनेटिक’, ‘ईस्ट इज ईस्ट’ और ‘द पैरोल ऑफिसर’ प्रमुख रूप से शामिल हैं। उन्होंने ‘सिटी ऑफ जॉय’, ‘वुल्फ’ और ‘द घोस्ट एंड द डार्कनस’ जैसी हॉलीवुड फिल्मों में भी काम किया। उन्हें साल 1990 में देश का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने नंदिता पुरी से शादी की थी, लेकिन दोनों का 2013 में तलाक हो गया था। उनका एक बेटा ईशाान भी है।

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