विश्व पर्यावरण दिवस पर वेदांता केयर्स ग्रीन कवर की पहल

JNS: विश्व की अग्रणी आॅयल, गैस और धातु कंपनी में से एक, वेदांता शनिवार को विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मेगा ग्रीन कवर पहल की शुरूआत करेगी।

वेदांता केयर्स ग्रीन कवर पहल का उद्घाटन वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल द्वारा किया जाएगा। इस पहल के तहत कंपनी के कर्मचारी और व्यावसायिक भागीदार अपनी माइक्रोसाइट – वेदांता केयर्स प्लांटेशन पोर्टल पर पंजीकरण कर कोविड 19 से स्वस्थ हो चूके अपने प्रियजन के लिये पौधरोपण कर सकेगें।

वेदांता केयर्स ग्रीन कवर पहल के माध्यम से 10 लाख से अधिक पेड़ लगाए जाएंगे, जिनमें कंपनी की सभी इकाइयां शामिल होगीं। वृक्षारोपण अभियान उन उपहारो के लिये कृतज्ञता प्रकट करना है जो कि हमें पृथ्वी से प्राप्त हुए है। कंपनी द्वारा वर्ष 2020-21 में करीब 1.2 लाख पौधरोपण किया गया था।

वेदांता समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी और मुख्य सुरक्षा अधिकारी सुनील दुग्गल ने कहा कि‘‘ वेदांता केयर ग्रीन कवर पहल अपने सभी परिचालनों में जीरो हार्म, जीरो वेस्ट और जीरो डिस्चार्ज के हमारे लक्ष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। आने वाले दिनों में, वेदांता समावेशी विकास को आगे बढ़ाना जारी रखेगा, जिम्मेदार खनन पर ध्यान केंद्रित करेगा और मजबूत ईएसजी जोखिम शमन योजना विकसित करेगा। हमने भारत सरकार के राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) के अनुरूप कार्बन कटौती लक्ष्यों को अपनाया है और हम पर्यावरण की दृष्टि से जिम्मेदार तरीके से एक आत्मानिर्भर भारत के निर्माण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।

वेदांता सस्टेनेबल कार्यप्रणाली में अग्रणी रहा है और पर्यावरण और समुदायों की सुरक्षा के लिए निरंतर नई तकनीकों को अपना रहा है। जीरो हार्म, जीरो वेस्ट, जीरो डिस्चार्ज के सिद्धांत द्वारा निर्देशित, एनवायरमंेट, सोशियल एण्ड गवर्नेन्स कंपनी के संचालन में प्रमुखता से हैं जो सतत और जिम्मेदार विकास प्रदान करने पर केंद्रित हैं जिससे सभी हितधारकों के लिए महत्वपूर्ण है।

 

  • -कंपनी के कर्मचारियों, भागीदारों ने 10 लाख पौधे लगाने का संकल्प लिया
  • -अभियान का उद्धेश्य कोविड से स्वस्थ हो चुके प्रियजनों के लिये पौधरोपण
  • -वेदांता पर्यावरण, समुदायों की सुरक्षा के लिए नई तकनीकों का अपना रहा
  • -कंपनी जीरो हार्म, जीरो वेस्ट, जीरो डिस्चार्ज के सिद्धांत महत्वपूर्ण

 

वेदांता इस वर्ष के प्रारंभ में स्वेच्छा से कार्बन-तटस्थता की ओर बढ़ने का संकल्प लेने के बाद, 2050 तक अपने परिचालन को काफी हद तक डीकार्बोनाइज करने के लिए प्रतिबद्ध है। वेदांता ने समूह को संचालन के कम कार्बन-गहन एवं कंपनी की जलवायु रणनीति पर शीर्ष निकाय में सहायता हेतु कार्बन फोरम का पुनर्गठन किया है।

वेदांता का प्रभावी जल प्रबंधन पर भी ध्यान केंद्रित है और पिछले तीन वर्षों में 7.5 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी की बचत की है।

कंपनी की योजना कुल अपशिष्ट पुनर्चक्रण के साथ अपशिष्ट उत्पादन को 94 प्रतिशत कम करने की है। जैव विविधता प्रभावों को संबोधित करने और निगरानी करने के लिए प्रत्येक सुविधा जैव विविधता प्रबंधन योजनाओं (बीएमपीएस) को विकास प्रक्रियाओं में शामिल करने की योजना बना रही है। फ्लाई ऐश प्रबंधन कंपनी के लिए एक मजबूत फोकस होगा।

वेदांता जलवायु संबंधी वित्तीय प्रकटीकरण पर टास्क फोर्स (टीसीएफडी) द्वारा की गई सिफारिशों के अनुरूप है और पारदर्शिता के लिए अच्छी पद्धति और मानकों को विकसित करने के लिए टीसीएफडी के साथ सहयोग कर रहा है। कंपनी ने इस वर्ष अपनी पहली टीसीएफडी रिपोर्ट जारी की है, जो किसी भारतीय खनन और धातु कंपनी द्वारा की गई पहली रिपोर्ट है।

े सस्टेनेबल पहल के लिए कंपनी विश्व स्तरीय पहचान रखती है। वैश्विक स्तर पर धातु और खनन क्षेत्र में कंपनी की डॉव जोन्स सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) रैंकिंग 2019 में 21 से इस वर्ष 12 हो गई है। हिंदुस्तान जिंक, और वेदांता ने इस वर्ष एशिया प्रशांत क्षेत्र में डीजेएसआई रैंकिंग में शीर्ष स्थान हासिल किया है।

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