साहित्यकार गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’ को त्रिवेणी कांत ठाकुर साहित्य सम्मान

बोकारो : बोकारो स्टील प्लांट के शिक्षा विभाग से अवकाश प्राप्त अंग्रेजी के व्याख्याता, वरिष्ठ साहित्यकार व बोकारो की चर्चित साहित्यिक संस्था ‘साहित्यलोक’ के पूर्व महासचिव गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’ को मैथिली साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए त्रिवेणी कांत ठाकुर साहित्य सम्मान से सम्मानित किया गया है।

शनिवार को दामोदर वैली कॉर्पोरेशन सभागार, हजारीबाग में त्रिवेणी कांत ठाकुर मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा आयोजित त्रिवेणी कांत ठाकुर साहित्य पुरस्कार एवं सम्मान समारोह में अर्धनारीश्वर को 11000 (ग्यारह हजार रुपए), प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। अर्धनारीश्वर की मैथिली व हिंदी में 6 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी प्रकाशित पुस्तकों में तीन मैथिली कथा संग्रह (कलंकिनी, नीलकंठ, अन्हार गलियारी), एक मैथिली कविता संग्रह ‘मायक नाम चिट्ठी’, मैथिली निबंध संग्रह ‘हाइकमाण्ड’ व हिंदी कविता संग्रह ‘सूरज का सच’ है। श्री अर्धनारीश्वर विगत कई वर्षों से ‘कोशी संदेश’ पत्रिका के संपादक का दायित्व भी संभाल रहे हैं।

साहित्यकार अर्धनारीश्वर को सम्मान मिलने पर साहित्यलोक के संस्थापक महासचिव तुलानंद मिश्र, बुद्धिनाथ झा, विजय शंकर मल्लिक ‘सुधापति’, कुमार मनीष अरविन्द, सतीश चंद्र झा, हरिमोहन झा, भुटकुन झा, उदय कुमार झा, डाॅ संतोष कुमार झा, अमन कुमार झा, अरुण पाठक, नीलम झा, डॉ निरुपमा झा, डॉ रणजीत कुमार झा, सुनील मोहन ठाकुर, संजय कुमार झा, डॉ अंजू झा, मिथिला सांस्कृतिक परिषद् के अध्यक्ष अनिल कुमार, उपाध्यक्ष राजेंद्र कुमार, महासचिव अविनाश कुमार झा आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है। पूर्व के वर्षों में ‘साहित्यलोक’ से जुड़े रहे कुमार मनीष अरविन्द व बुद्धिनाथ झा इस सम्मान से सम्मानित हो चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि हजारीबाग में इस सम्मान समारोह का आयोजन आरक्षी विद्यालय के शिक्षक रहे प्रमुख शिक्षाविद साहित्यकार एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष रहे स्वर्गीय त्रिवेणी कांत ठाकुर की पुण्य स्मृति में हर साल आयोजित किया जाता है। इस वर्ष का साहित्य पुरस्कार मैथिली भाषा के वरिष्ठ साहित्यकार गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’ को प्रदान किया गया तथा हिंदी के वरिष्ठ साहित्यकार रतन वर्मा एवं संस्कृत के विद्वान प्रोफेसर तारा कांत शुक्ला को साहित्य सम्मान से नवाजा गया। प्रतिभा प्रोत्साहन पुरस्कार आरक्षी विद्यालय की अव्वल छात्रा शाइस्ता नाज को प्रदान किया गया। समारोह की अध्यक्षता प्रसिद्ध साहित्यकार व पूर्व प्राचार्य मार्खम कॉलेज डॉ शिवदयाल सिंह ने की। मुख्य अतिथि विनोबा भावे विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार प्रोफेसर बंशीधर रुखैयार ने सभी को सम्मानित किया।

ट्रस्ट के सचिव राकेश ठाकुर ने कहा कि भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने हेतु स्थापित साहित्यिक मंच त्रिवेणी कारण ठाकुर मेमोरियल ट्रस्ट की स्थापना सन 2015 में की गई ट्रस्ट विगत 6 वर्षों से साहित्यकार हितनाथ झा के संयोजन में 2016 से यह आयोजन करता आ रहा है। पुरस्कार 2021 के लिए निर्णायक मंडली में मैथिली भाषा के साहित्य अकादमी पुरस्कार से पुरस्कृत प्रदीप बिहारी, कुमार मनीष अरविंद, बुद्धिनाथ झा और प्रोफेसर रविंद्र कुमार चौधरी शामिल थे जिन्होंने सर्वसम्मति से गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’ का चयन किया जो कि बोकारो स्टील सिटी सेल में अंग्रेजी के व्याख्याता रहे बावजूद इसके इन्होंने मैथिली भाषा को बढ़ावा देने के लिए अपनी रचनाओं से योगदान दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *