बोकारो। काली पूजा के अवसर पर सेक्टर-2डी स्थित श्यामा माई मंदिर में गत वर्षों की तरह इस वर्ष भी भव्य संगीत कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कोरोना के मद्देनजर सामाजिक दूरी के साथ कार्यक्रम में कई श्रद्धालु व संगीतप्रेमी शामिल हुए। उन्होंने पूजा के साथ भजनों का आनंद लिया। कलाकारों ने पूरी रात भजनों से समां बांधे रखा। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरूआत आयुषी आनंद ने महाकवि विद्यापति रचित भगवती वंदना ‘जय-जय भैरवि असुर भयाउनि… गीत पर भावनृत्य से की। इसके बाद वरिष्ठ गायक कुमार मोहन ठाकुर ने ‘अंबे आब उचित नहि देरी…’, ‘कोन सुनबैं हमर बात मैया…’, ‘मैया अहीं कृपा सं सब काज मां चलैए…’, ‘शंभु शरण हम गहलहुं…’ आदि, युवा गायक उमेश झा ने ‘जय जय भैरवि असुर भयाउनि…’, ‘जगदंब अहीं अबलंव हमर…’, ‘हे मां दर्शन द नैना जुड़ाउ ने…’, ‘हरब कहिया हे दुख मैया…’, सुप्रसिद्ध गायक अरुण पाठक ने ‘अंबे चरण कमल हैं तेरे…’, ‘धूप दीप माला लेने शरण मे एलहुं…’, ‘चलो बुलावा आया है माता ने बुलाया है…’, ‘संसार है इक नदिया…’, ‘तोरा मन दर्पण कहलाए….’, ‘पूजा के हेतु शंकर आयल छी हम पुजारी…’, ‘बड़ सुख सार पाओल तुअ तीरे…’ और मध्यरात्रि के बाद वरिष्ठ संगीतज्ञ पं. बच्चनजी महाराज ने राग भैरवि में झपताल निबद्ध ‘भवानी दयानी…’ से सबको भावविभोर कर दिया। तबले पर पं. बच्चनजी महाराज के साथ-साथ रूपक झा और शुभम कुमार ने संगत की। मैथिली कला मंच कालीपूजा ट्रस्ट के महामंत्री सुनील मोहन ठाकुर और पूजा संयोजक अविनाश कुमार झा ‘अवि’ ने बताया कि यहां वर्ष 1984 से ही मां काली की विधिवत पूजा होती आ रही है। रविवार को बोकारो स्टील के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश, बोकारो विधायक बिरंची नारायण सहित कई गणमान्य जनों ने यहां पहुंच कर मां काली के सामने अपने माथा टेके। बीएसएल के निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने अपने संबोधन में पूजा आयोजन की व्यवस्था पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सभी को काली पूजा की शुभकामनाएं दीं और स्वच्छ, स्वस्थ और मजबूत बोकारो की कामना की। विधायक बिरंची नारायण ने अपने संबोधन में काली मंदिर को बोकारो का गौरव बताते हुए सभी को पूजा की शुभकामनाएं दीं। अतिथियों को मिथिला की परंपरा अनुसार पाग पहनाकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन सुनील मोहन ठाकुर ने किया।
इस अवसर पर मिथिला सांस्कृतिक परिषद् के महासचिव अविनाश कुमार झा, उपाध्यक्ष राजेन्द्र कुमार, मैथिली कला मंच काली पूजा ट्रस्ट के अध्यक्ष केसी झा, इंटक यूनियन नेता वीरेन्द्र चौबे, पूजा आयोजन संयोजक अविनाश अवि, प्रदीप झा, साहित्यकार बुद्धिनाथ झा, तुला नंद मिश्र, उदय कुमार झा, हरिमोहन झा, पीके झा, एससी झा, रवींद्र झा, हरिश्चंद्र झा, बहुरन झा, नीरज चौधरी, डाॅ आरके झा, शैलेंद्र मिश्र, बालशेखर झा, विवेकानंद झा, गोविंद झा आदि उपस्थित थे।