भारतीय साहित्य व कलाओं के विकास हेतु समर्पित संस्था संस्कार भारती की बोकारो महानगर इकाई द्वारा बीती शाम सेक्टर 5 स्थित श्रीअय्यप्पा मंदिर में मासिक संगीत गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में वरिष्ठ संगीतज्ञ स्वराज राय, अमरजी सिन्हा, अरुण पाठक, कनक राय व पूजा -हजया ने भक्तिसंगीत सुनाकर सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम की शुरुआत संस्कार भारती के ध्येय गीत ‘साधयति संस्कार भारती भारते नवजीवनम.. .’ के गायन से हुई। तत्पश्चात् संस्कार भारती, बोकारो इकाई के मंत्री व गायक अमरजी सिन्हा ने ‘मैली चादर ओ-सजय़ के कैसे.. .’ व ‘राम का गुणगान करिए.. .’ की सुमधुर प्रस्तुति की। गायिका कनक राय ने ‘बजाए जा तू बांसुरी.. .’ व पूजा -हजया ने ‘भजे हरिकृष्ण.. .’ व ‘एक राधा एक मीरा दोनों ने श्याम को चाहा.. .’ की भावपूर्ण प्रस्तुति से सबकी प्रशंसा पाई। वरिष्ठ गिटारवादक स्वराज राय ने गिटार वादन में राग हंसध्वनि सुनाने के पश्चात् भजन की धुन सुनाकर श्रोताओं की तालियां बटोरी।
गायक अरुण पाठक ने महाकवि विद्यापति की रचना ‘माधव कते तोर करब बड़ाई.. .’ सुनाकर सबका मन जीत लिया। कार्यक्रम का समापन ‘वंदे मातरम.. .’ गीत के समवेत गायन से हुआ। कार्यक्रम में तबले पर सुधीर कुमार, हारमोनियम पर पं. राणा -हजया व प्रसेनजीत शर्मा एवं गिटार पर स्वराज राय ने संगति की। इस अवसर पर रामाशीष सिंह, रीना सिन्हा, शिवदास
मोहन, कृष्ण कुमार, जयंदन नंबूदरी, सदानंदन आदि मुख्यरुप से उपस्थित थे।