सूर्य मंदिर में कवि गोष्ठी में कवियों ने कविताओं से बांधा समां

बोकारो : शनिवार को अखिल भारतीय साहित्य परिषद व भास्कर सेवक समिति के संयुक्त तत्वावधान में होली मिलन के अवसर पर सूर्य मंदिर सेक्टर 4 एफ बोकारो में कवयित्री रंजना श्रीवास्तव एवं भास्कर सेवक समिति के महासचिव चंद्र विनोद मिश्र के सौजन्य से कवि गोष्ठी का आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डॉ परमेश्वर भारती ने की एवं संचालन नीता सहाय ने किया। परिषद् के संयोजक सत्यदेव तिवारी ने होली की महिमा पर प्रकाश डाला।

निशांत कुमार मिश्र ने मंगलाचरण और भगवान भास्कर की महिमा कविता का पाठ किया। कवि अनिल श्रीवास्तव ने ‘होली मसाने में खेले दिगंबर…’, क्रांति श्रीवास्तव ने ‘तेरे कौन से रंग में डूबी कान्हा…’, करुणा कलिका ने ‘फागुन बङा शोर करेला…’, अमृता शर्मा ने ‘रंग और भंग’, गिरिधारी गोस्वामी उर्फ आकाश खूंटी ने व्यंग्य कविता ‘बेलन का अधिकार’ व ‘बेचारा नास्तिक’, प्रेमशंकर सुशांत ने ‘होली रंगों का त्योहार’, गंगेश कुमार पाठक ने ‘होली के रंग, छाए तरंग हो जाए मन मतंग’, नीता सहाय ने ‘सांवली सी राधा’, कस्तूरी सिन्हा ने ‘रंग न उतरे होली का’, डाॅं रंजना श्रीवास्तव ने ‘फागुन के चढते बुझाए लागल, महुआ भी पेङ पर फुलाए लागल, ब्रम्हानंद गोस्वामी ने ‘मन भावन अति होली’, शानवी श्रीवास्तव ने ‘होली की चांदनी करे दिल उजियारा, ज्योति वर्मा ने गीत, अरुण पाठक ने मैथिली होली गीत ‘होली पावनि अछि मनभावन एकरा सभ मिलि संग मनाउ… ‘, डॉ परमेश्वर भारती ने ‘फूले फूल सेमर पलास, फागुन धीरे-धीरे से जाना…’ सुनाकर सबकी दाद पाई। इस अवसर पर नीलेश, परमानंद प्रसाद, चंद्रशेखर सिंह, विमल चंद्रा आदि उपस्थित थे।

 

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