नई दिल्ली : भारतीय सेना को जल्द ही अपनी पहली अपाचे AH-64E अटैक हेलिकॉप्टर यूनिट मिलने जा रही है। तीन अत्याधुनिक अपाचे हेलिकॉप्टर अगले दो दिनों में औपचारिक रूप से सेना में शामिल किए जाएंगे। सूत्रों के मुताबिक, इनका औपचारिक इंडक्शन 22 जुलाई को होने की संभावना है।
ये हेलिकॉप्टर आज या कल (21 जुलाई तक) जोधपुर पहुंचेंगे, जहां संयुक्त निरीक्षण (Joint Receipt Inspection) के बाद इन्हें सेना को सौंपा जाएगा। इन छह अपाचे हेलिकॉप्टरों में से ये पहले तीन हैं, जिन्हें भारतीय सेना के एविएशन कॉर्प्स के लिए खरीदा गया है। जोधपुर में इनकी तैनाती के लिए एक स्पेशल स्क्वाड्रन पहले ही तैयार किया जा चुका है।
अपाचे AH-64E दुनिया के सबसे घातक मल्टी-रोल अटैक हेलिकॉप्टरों में से एक है। इसे अमेरिकी रक्षा कंपनी बोइंग ने बनाया है। यह अमेरिका, ब्रिटेन, इज़राइल और मिस्र जैसे देशों की सेनाओं में पहले से शामिल है। भारत ने पहले 22 अपाचे भारतीय वायुसेना के लिए 2015 में खरीदे थे। इसके बाद फरवरी 2020 में भारतीय सेना के लिए अलग से 6 हेलिकॉप्टरों की डील की गई, जिसकी कीमत करीब 600 मिलियन डॉलर है।
अपाचे हेलिकॉप्टर में लेटेस्ट नेविगेशन और टारगेटिंग सिस्टम, 30 मिमी की चेन गन, लेजर और रडार-गाइडेड हेलफायर मिसाइलें, रॉकेट पॉड्स और ‘लॉन्गबो रडार’ जैसी एडवांस्ड तकनीकें मौजूद हैं। लॉन्गबो रडार हेलिकॉप्टर को बिना खुद को एक्सपोज किए दुश्मन की पहचान और टारगेट लॉक करने में मदद करता है।
तेज रफ्तार, जबरदस्त मारक क्षमता और मजबूत सुरक्षा सिस्टम से लैस यह हेलिकॉप्टर भारतीय सेना की ताकत को नई ऊंचाई देगा। अपाचे की तैनाती से थल सेना को ग्राउंड ऑपरेशनों में एयर सपोर्ट सीधे अपने नियंत्रण में मिलेगा, जिससे दुश्मन के खिलाफ समन्वित कार्रवाई और भी असरदार होगी।