टैरिफ़ विवाद के बीच मोदी का सख़्त संदेश, ट्रम्प से बात करने से इनकार
नई दिल्ली: भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते व्यापार तनाव के बीच एक चौंकाने वाली ख़बर सामने आई है। जर्मन अख़बार फ्रैंकफर्टर आलगेमाइन के अनुसार, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल के हफ्तों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चार बार फोन किया, लेकिन पीएम मोदी ने बात करने से साफ इनकार कर दिया।
यह कदम मोदी सरकार की उस नाराज़गी और सख़्ती को दिखाता है, जो अमेरिका द्वारा भारत पर 50% तक बढ़ाए गए टैरिफ़ के बाद सामने आई है। अमेरिका ने भारत से कच्चे तेल की ख़रीद और व्यापार असंतुलन का हवाला देते हुए दोहरी ड्यूटी लगा दी है।
मोदी ने अहमदाबाद की रैली में साफ कहा—
“दुनिया आर्थिक हितों की राजनीति कर रही है, लेकिन मेरे किसानों, छोटे व्यापारियों और पशुपालकों का हित सबसे ऊपर है। दबाव चाहे जितना बढ़े, मोदी झुकेगा नहीं।”
इस व्यापार युद्ध से भारत के टेक्सटाइल, जेम्स-ज्वेलरी, ऑटो पार्ट्स और सीफूड उद्योग पर सीधा असर पड़ रहा है। अमेरिका के इस कदम को भारत ने “अन्यायपूर्ण और अनुचित” बताते हुए कड़ी आपत्ति दर्ज कराई है।
वहीं, व्हाइट हाउस सलाहकार पीटर नवारो ने संकेत दिया कि ट्रम्प “भारत को कोई राहत देने के मूड में नहीं हैं।”
अब सवाल यह है कि ट्रम्प के बार-बार कॉल को अनसुना करना क्या सिर्फ़ मोदी की नाराज़गी है, या भारत की नई रणनीति कि हम दबाव में आकर झुकेंगे नहीं?