Delhi Police ने पाक समर्थित आतंक गिरोह का किया भंडाफोड़, स्थापित करने की थी ‘खिलाफत’ की साजिश

Delhi Police ने पाक समर्थित आतंक गिरोह का किया भंडाफोड़
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नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने एक पाकिस्तानी समर्थित आतंक गिरोह को पकड़ने का दावा किया है, जो भारत में लक्षित हत्याएं करने और “खिलाफत” स्थापित करने के लिए जमीन खरीदने की साजिश रच रहा था।

पुलिस ने बताया कि इस गिरोह का सरगना अशहर दानिश था, जो रांची यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी में ग्रेजुएट है। Additional Commissioner of Police प्रमोद कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि दानिश पाकिस्तानी हैंडलर के इशारे पर कार्य कर रहा था। गिरोह में उसके सदस्यों ने उसे “प्रोफेसर,” “CEO,” और “गजवा लीडर” जैसे कोड नाम दिए थे ताकि उनकी गतिविधियां छुपाई जा सकें।

पुलिस ने गिरोह के चार अन्य प्रमुख सदस्यों को भी गिरफ्तार किया है:

  • आफताब अंसारी और सूफियान अबूबकर खान – ठाणे, महाराष्ट्र से

  • कमरान कुरैशी – राजगढ़, मध्य प्रदेश से

  • हुजैफा यामान – निजामाबाद, तेलंगाना से

ऑपरेशन में कई खतरनाक चीजें बरामद हुईं, जैसे सल्फर पाउडर, सल्फ्यूरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सोडियम बाइकार्बोनेट, पिस्टल, कारतूस, हथियार, सर्किट बोर्ड, सेफ्टी ग्लव्स आदि। पुलिस ने बताया कि गिरोह अभी तक विस्फोटक बनाने में सफल नहीं हो पाया था, इसलिए उनकी साजिश को समय रहते नाकाम कर दिया गया।

जांच में पता चला कि ये लोग NGO के नाम पर फंड इकट्ठा कर रहे थे। अशहर दानिश ने खुद को “CEO” बताकर अपने काम को छुपाने की कोशिश की। छह महीने से चल रही जांच के दौरान, आफताब और सूफियान की हर गतिविधि पर नजर रखी गई थी। ये दोनों हजरत निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किए गए, जो ऑपरेशन की शुरुआत बनी।

अशहर दानिश का परिवार झारखंड के बोकारो का मध्यमवर्गीय था। वह जनवरी 2024 में रांची में Dr. Israr Ahmad के व्याख्यान सुनने के बाद कट्टरवादी विचारधारा में शामिल हो गया था। उसने इंस्टाग्राम पर अलग-अलग फर्जी प्रोफाइल से करीब 40 लोगों को जोड़कर ‘खिलाफत’ स्थापित करने की योजना बनाई थी। उसने सल्फर खरीदकर गनपाउडर बनाना शुरू किया, कॉपर प्लेट्स से कारतूस बनाने की तैयारी की और देशी पिस्टल व गोलियां भी हासिल कीं।

पुलिस ने साफ किया कि फिलहाल जांच का शुरुआती दौर है, इसलिए अभी ये नहीं बताया जा सकता कि उनका निशाना कौन था या कौन से इलाके में वे जमीन खरीदने वाले थे। परंतु, देश की सुरक्षा के लिए यह एक बड़ा सफलता माना जा रहा है।

क्या है  खिलाफत (Caliphate)

खिलाफत (Caliphate) का मतलब है एक ऐसा शासन या सरकार जिसे इस्लामी धर्म के अनुसार चलाया जाता है। इसमें खलीफा (Caliph) को इस्लाम के पैगंबर मोहम्मद साहब का राजनीतिक और धार्मिक उत्तराधिकारी माना जाता है। खलीफा पूरी मुस्लिम दुनिया (उम्मत) का नेता होता है और इस्लामिक कानून (शरिया) के तहत शासन करता है।

इतिहास में प्रमुख खलिफ़ात:

  • राशिदून खलीफात (632–661 ईस्वी) – पैगंबर मोहम्मद के बाद चार सही मार्गदर्शित खलीफों द्वारा शुरू हुआ।

  • उमैयद खलीफात (661–750 ईस्वी) – इस्लामिक साम्राज्य का विस्तार हुआ, जिसमें आज का स्पेन, उत्तर अफ्रीका और एशिया शामिल थे।

  • अब्बासी खलीफात (750–1258 ईस्वी) – बगदाद को केंद्र बनाकर विज्ञान, संस्कृति और अर्थव्यवस्था का विकास हुआ।

आजकल, कुछ चरमपंथी संगठन (जैसे ISIS) इस शब्द का गलत उपयोग कर अपने कट्टर इस्लामी शासन की कल्पना करते हैं, जिसे वे “खिलाफत” कहकर दुनिया भर में फैलाना चाहते हैं। परंतु, यह विचारधारा इस्लाम के असली शिक्षण से बहुत अलग है और पूरी दुनिया में निंदनीय भी मानी जाती है।

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