PoK में AAC प्रदर्शन, Shehbaz सरकार पर बढ़ा जनता का दबाव
मुज़फ़्फराबाद: पाकिस्तान-नियंत्रित कश्मीर (PoK) में राजनीतिक तूफान मचा है। नागरिक अधिकारों और आरक्षित सीटों को रद्द करने की मांग को लेकर Awami Action Committee (AAC) ने पूरे PoK में अनिश्चितकालीन बंद और चक्का जाम हड़ताल शुरू कर दी।
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों की भारी भीड़ सड़कों पर उतर आई, जिससे बाजार, परिवहन और रोज़मर्रा की जिंदगी लगभग ठप हो गई। AAC का कहना है कि यह हड़ताल 70 साल से उपेक्षित मूल अधिकारों की मांग को लेकर है।
AAC नेता शौकत नवाज मीर ने कहा,
“हम किसी संस्था के खिलाफ नहीं हैं। अब काफी हो गया। या तो अधिकार दें, या जनता का क्रोध झेलें।”
🚨 #POJK में पाक सरकार विरोधी प्रदर्शन हिंसक और बेकाबू.
⚡सुरक्षा बलों ने चलाई गोलियां तो स्थानीय लोगों ने भी कई इलाकों में सुरक्षा बलों को बंधक बनाया.
⚡महंगाई, करप्शन, शोषण और प्रताड़ना के खिलाफ बगावत 🔥 pic.twitter.com/6S6Xrz4oLQ— Madhurendra kumar मधुरेन्द्र कुमार (@Madhurendra13) September 29, 2025
प्रदर्शन की मांगें:
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शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 सीटों का रद्दीकरण
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रियायती दर पर आटा और उचित बिजली दरें
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वर्षों से लंबित प्रशासनिक सुधार लागू करना
सुरक्षा बलों की तैनाती और इंटरनेट बंद
सड़क पर बढ़ती भीड़ को काबू में करने के लिए 1,000 से अधिक पुलिसकर्मी और पंजाब से रेंजर्स PoK में तैनात किए गए। प्रशासन ने इंटरनेट, मोबाइल और लैंडलाइन सेवाएं बंद कर दी हैं, ताकि डिजिटल अभियान को रोका जा सके।
विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अगर प्रदर्शन बढ़ा, तो यह सिर्फ अधिकारों की मांग तक सीमित नहीं रह सकता और PoK में व्यापक राजनीतिक और सामाजिक उबाल पैदा कर सकता है।
सुरक्षा और प्रशासन सतर्क
फ्लैग मार्च, चेकपोस्ट और हाई अलर्ट पर सुरक्षा बल तैनात हैं। सरकार ने साफ कहा है कि किसी भी तरह का सार्वजनिक जीवन बाधित करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
PoK में आज की यह हड़ताल यह साफ दिखा रही है कि जनता अपनी आवाज़ बुलंद करने के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।