JNS: भारत (Bharat) ने अब चीन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे ताकतवर वायुसेना का दर्जा हासिल कर लिया है। वर्ल्ड डायरेक्टरी ऑफ मॉडर्न मिलिट्री एयरक्राफ्ट (WDMMA) की ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, भारत की वायुशक्ति अब चीन से आगे निकल चुकी है।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका अभी भी सबसे आगे है जिसका TruVal रेटिंग (TVR) 242.9 है, जबकि रूस 114.2 के TVR के साथ दूसरे स्थान पर है। भारत 69.4 के स्कोर के साथ तीसरे और चीन 63.8 पर चौथे नंबर पर है। जापान, इज़रायल और फ्रांस भी टॉप एयरफोर्स देशों में शामिल हैं।
India has the 3rd most powerful Air Force in the world after #US & #Russia, #China at 4th : WDMMA Rankings pic.twitter.com/9rF5i1VdYF
— News IADN (@NewsIADN) October 15, 2025
Bharat की बढ़त कैसे बनी
हालांकि चीन के पास भारत से ज्यादा यानी करीब 3,733 विमान हैं, लेकिन भारत की वायुसेना का ऑपरेशनल बैलेंस, ट्रेनिंग और टेक्नोलॉजी के मामले में प्रदर्शन बेहतर माना गया है।
भारतीय वायुसेना (IAF) के पास करीब 1,716 विमान हैं जिनमें रफाल, मिराज 2000, सुखोई-30MKI, मिग-29 और तेजस जैसे अत्याधुनिक फाइटर जेट शामिल हैं।
भारत ने हाल ही में अपने आखिरी MiG-21 फाइटर जेट को रिटायर किया है, जिसने छह दशकों तक देश की रक्षा में अहम भूमिका निभाई थी। आने वाले दो दशकों में भारत 600 से ज्यादा नए फाइटर जेट शामिल करने की योजना बना रहा है, जिनमें LCA Mk1A, LCA Mk2, MRFA और AMCA शामिल हैं।
Bharat: ऑपरेशन सिंदूर ने दिखाया दम
भारत की हवाई ताकत का सबूत ऑपरेशन सिंदूर के दौरान देखने को मिला, जब भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान की चीनी तकनीक पर आधारित वायुसेना को मात दी।
पाकिस्तान ने इस दौरान J-10C फाइटर जेट और HQ-9 मिसाइल सिस्टम तैनात किए, लेकिन भारतीय हवाई हमलों ने कई अहम ठिकाने तबाह कर दिए।
रक्षा विश्लेषक बिलाल खान ने कहा था कि “चीनी एयर डिफेंस सिस्टम उम्मीद के मुताबिक काम नहीं कर पाया।” भारतीय सेना के मुताबिक, पाकिस्तान को इस संघर्ष में 100 से ज्यादा जवानों और 12 विमान का नुकसान हुआ।
एशिया में नया संतुलन
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार, भारत की यह उपलब्धि एशिया में रणनीतिक संतुलन को नया रूप दे सकती है। चीन जहां तकनीकी निवेश और आधुनिक बेड़े पर ध्यान दे रहा है, वहीं भारत का फोकस ट्रेनिंग, मल्टी-रोल क्षमता और ग्राउंड सपोर्ट पर है — और यही उसे आगे ले जा रहा है।