बीजिंग: चीन ने शुक्रवार को शेनझोउ-21 मिशन लॉन्च किया, जिसमें देश के सबसे युवा अंतरिक्ष यात्री के साथ चार छोटे चूहे (स्पेस माइस) भी अंतरिक्ष की ओर रवाना हुए। यह मिशन चीन के तेजी से बढ़ते अंतरिक्ष कार्यक्रम का अहम हिस्सा है, जिसका लक्ष्य है 2030 तक चाँद पर इंसान भेजना और वहाँ एक स्थायी चंद्र स्टेशन बनाना।
इस मिशन में झांग होंगझांग और वू फेई पहली बार अंतरिक्ष यात्रा कर रहे हैं। खास बात यह है कि 32 साल के वू फेई अब तक के चीन के सबसे युवा अंतरिक्ष यात्री बन गए हैं। मिशन की कमान अनुभवी अंतरिक्ष यात्री कमांडर झांग लू के हाथों में है।
China launches Shenzhou-21 crewed spaceship #SpaceChina pic.twitter.com/0vl7q9RMer
— CGTN (@CGTNOfficial) October 31, 2025
पहली बार, चीन ने चार छोटे स्तनधारी जीवों (माइस) को भी अपने साथ भेजा है ताकि वैज्ञानिक यह समझ सकें कि शून्य गुरुत्वाकर्षण और एकांत का उन पर क्या असर होता है। बताया गया कि इन “स्पेस माइस” को 300 उम्मीदवारों में से चुना गया और 60 दिनों की ट्रेनिंग दी गई।
अंतरिक्ष में रहते हुए टीम 27 वैज्ञानिक प्रयोग करेगी, जिनमें बायोटेक्नोलॉजी, स्पेस मेडिसिन और मटेरियल साइंस से जुड़े शोध शामिल हैं।
China launches Shenzhou-21 crewed spaceship for new engineering, scientific breakthroughs.
The Shenzhou-21 crew members — mission commander Zhang Lu, and astronauts Wu Fei and Zhang Hongzhang — will carry out a total of 27 new in-orbit experiments https://t.co/H87LMrHmBg pic.twitter.com/zCES2TIrZH— China Xinhua News (@XHNews) November 1, 2025
चीन ने अपना तियांगोंग स्पेस स्टेशन तब बनाया जब उसे अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से बाहर रखा गया था। अब यह स्टेशन चीन की अरबों डॉलर की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षा का केंद्र बन चुका है।
शेनझोउ-21 का यह लॉन्च उस वक्त हुआ है जब स्पेसएक्स ने नासा को नया प्लान दिया है ताकि अमेरिका भी चीन से पहले अपने अंतरिक्ष यात्रियों को फिर से चाँद पर भेज सके।

