गुरुवार, 12 जून को अहमदाबाद एयरपोर्ट से उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद एयर इंडिया की एक फ्लाइट दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण हादसे में 300 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। विमान एक आग के गोले में तब्दील हो गया और आसपास की इमारतें भी इसकी चपेट में आ गईं।
लेकिन इस तबाही के बीच एक चौंकाने वाली और भावुक कर देने वाली चीज़ सामने आई — जलते मलबे के बीच से भगवद गीता की एक प्रति बिल्कुल सुरक्षित हालत में मिली।
हादसे का मंजर किसी युद्ध क्षेत्र जैसा था — मुड़ा हुआ लोहा, जली हुई लाशें, और राख में बदल चुके इंसानी सपने। बताया जा रहा है कि विमान में करीब 1.25 लाख लीटर फ्यूल था और आग की गर्मी 1000 डिग्री सेल्सियस से भी ज्यादा थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विमान ने जैसे ही नियंत्रण खोया, वह एक “आग के गोले” में बदल गया और एक हॉस्टल के पास गिरकर फट गया।
एसडीआरएफ की टीम जब मलबा हटाने पहुंची, तो एक जवान ने गीता की प्रति उठाई — बाहर से थोड़ा जली हुई, लेकिन अंदर के पन्ने बिल्कुल साफ, और भगवान श्रीकृष्ण की रंगीन तस्वीरें वैसी की वैसी थीं।
एक अधिकारी ने कहा,
“मैंने कई हादसे देखे हैं, लेकिन ऐसा चमत्कार कभी नहीं देखा। सबकुछ राख हो गया, लोहा तक पिघल गया, लेकिन ये गीता वैसी की वैसी है। मानो किसी दिव्य शक्ति ने इसे बचाया हो।”
एक अन्य जवान ने कहा,
“जहाँ हम ज़्यादा देर तक खड़े नहीं हो पा रहे थे, वहाँ ये कागज का टुकड़ा कैसे बचा रहा — ये विज्ञान से परे है।”
इस पल का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। लोग इसे ‘ईश्वर का संकेत’, ‘धर्म की जीत’, और ‘त्रासदी के बीच आशा की किरण’ बता रहे हैं।
Bhagavad Gita was found from the debris of the plane crash. The surprising thing is that the book did not burn even in the midst of such a fierce fire.
Jai Shree Krishna
Om Shanti#Ahmedabad | #Planecrash | #AirIndia | #BlackBox #planecrashahmedabad #bhagavadgita pic.twitter.com/ypdrm2JP2i— DivineDiva (@potus021) June 13, 2025
इसी हादसे में एक और चमत्कार हुआ — विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति, विश्वास कुमार रमेश बच पाए। उन्हें मामूली चोटें आई हैं और अब उनका बयान जांच में अहम भूमिका निभा रहा है।
वहीं, विमान हादसे के कारणों की जांच के लिए ब्लैक बॉक्स और अन्य तकनीकी साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं। लेकिन भगवद गीता का यूँ सुरक्षित मिलना अब एक आध्यात्मिक प्रतीक बन चुका है — आस्था, उम्मीद और धर्म की ताकत का।
जैसा कि एक सोशल मीडिया यूज़र ने लिखा:
“लोहा पिघल गया, ज़िंदगियाँ चली गईं… लेकिन धर्म बचा रहा। गीता अडिग खड़ी रही — अनंत से आया संदेश।”