कवियों ने किया भाव विभोर, BSL में संपन्न हुआ कवि सम्मेलन

कवियों ने किया भाव विभोर, BSL में संपन्न हुआ कवि सम्मेलन
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बोकारो: गुरुवार को इस्पात भवन में BSL (बीएसएल ) द्वारा एक भव्य कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर नगर के वरिष्ठ और युवा कवियों-कवयित्रियों ने हिंदी भाषा, देशभक्ति, मानवीय संवेदना और हास्य कविताओं के माध्यम से श्रोताओं का मन मोह लिया।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि BSL के महाप्रबंधक (संपर्क एवं प्रशासन) सी.आर.के. सुधांशु थे। साथ में उप महाप्रबंधक आलोक कुमार, वरिष्ठ प्रबंधक विभा रानी, सहायक प्रबंधक मानस चंद्र रजवार और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

स्थानीय प्रतिष्ठित कवियों ने अपनी रचनाओं के माध्यम से हिंदी भाषा की समृद्धि और साहित्यिक विविधता को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। वरिष्ठ साहित्यकारों में सुख नंदन सिंह ‘सदय’, भुटकुन झा, विजय शंकर मल्लिक ‘सुधापति’, अरुण कुमार पाठक, डॉ. आशा पुष्प, महाश्वेता, शैलजा झा, दीप्ति निशंक, नीलम झा, रिंकू गिरि रतन, डॉ. रणजीत कुमार झा और ब्रजेश पांडेय शामिल थे।

कवि सम्मेलन का संचालन कवि और गायक अरुण पाठक ने किया। कार्यक्रम की शुरुआत कवयित्री महाश्वेता द्वारा सरस्वती वंदना “हे मां सरस्वती भगवती…” के मधुर गायन से हुई।

सम्मेलन में कवियों की मुख्य प्रस्तुतियाँ इस प्रकार रही:

कवि सम्मेलन में शैलजा झा ने अपनी कविता ‘जिम्मेदारी’ प्रस्तुत की। दीप्ति निशंक ने ‘चलो आज से कुछ देना सीखते हैं…’ कविता के माध्यम से संदेश दिया। वरिष्ठ साहित्यकार सुख नंदन सिंह ‘सदय’ ने ‘आभार प्रदर्शन’ पेश किया। डॉ. रणजीत कुमार झा ने देशभक्ति पर आधारित कविता ‘मर मिटे जो देश की खातिर…’ सुनाई।

रिंकू गिरि रतन ने ‘दस्तक’ कविता से श्रोताओं का ध्यान आकर्षित किया। डॉ. आशा पुष्प ने हिंदी की महत्ता और दीपावली पर आधारित ‘तम को जीतने के लिए एक दीप चाहिए’ प्रस्तुत की। भुटकुन झा ने ‘हम हिंदी हैं, हिंदी हमारी है…’ कविता के माध्यम से हिंदी भाषा का गौरव व्यक्त किया। नीलम झा ने ‘हमारी शान भारत मां’ कविता सुनाकर सभी को भावविभोर किया।

अरुण पाठक ने ‘पत्रकारिता’ और ‘हिंदी है हम सबकी भाषा, हिंदी है जन-जन की भाषा’ प्रस्तुत की। विजय शंकर मल्लिक ने ‘जयति जय जय भारती…’ कविता के माध्यम से देशभक्ति का संदेश दिया। ब्रजेश पांडेय ने देशभक्ति पर आधारित कविता प्रस्तुत की और महाश्वेता ने नवगीत सुनाकर कार्यक्रम को समापन तक उत्साहपूर्ण बनाए रखा।

उप महाप्रबंधक आलोक कुमार ने स्वागत भाषण में कहा कि हिंदी अभिव्यक्ति का सशक्त माध्यम है और बीएसएल समय-समय पर इसके उत्थान के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित करता है। मुख्य अतिथि सी.आर.के. सुधांशु ने कवि सम्मेलन की सराहना करते हुए बोकारो की सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने में बीएसएल प्रबंधन की प्रतिबद्धता जताई।

समापन पर सभी कवियों-कवयित्रियों को शॉल और मोमेंटो भेंट कर सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन सहायक प्रबंधक मानस चंद्र रजवार ने किया।

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