# डालमिया भारत फाउंडेशन और सेल बोकारो की विशेष पहल ‘दीक्षा’ के तहत बोकारो दीक्षा केंद्र, झारखंड में समापन समारोह का आयोजन किया; प्रशिक्षण पूरा करने वाले प्रशिक्षुओं को प्रदान किए गए प्रमाण पत्र
बोकारो : प्रमुख सीमेंट कंपनी डालमिया भारत लिमिटेड (डीबीएल) की सीएसआर शाखा डालमिया भारत फाउंडेशन (डीबीएफ) और भारत की प्रमुख स्टील कंपनी, स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल)- बोकारो ने एक विशेष साझेदारी के तहत बोकारो, झारखंड में अपने दीक्षा केंद्र के 69 प्रशिक्षुओं के लिए एक समापन समारोह का आयोजन किया।
दीक्षा (डालमिया इंस्टीट्यूट ऑफ नॉलेज एंड स्किल हार्नेसिंग) डीबीएफ का प्रमुख प्रोजेक्ट है, जिसका उद्देश्य हाशिए पर रहने वाले युवाओं और महिलाओं को कार्य में कुशलता लाने हेतु प्लेसमेंट से जुड़े हुए, अल्पकालिक प्रशिक्षण प्रदान करना है, ताकि उनकी आय को बढ़ावा दिया जा सके।
इस अवसर पर, इलेक्ट्रिकल ट्रेड में प्रशिक्षण पूरा करने वाले 26 प्रशिक्षुओं और जनरल ड्यूटी असिस्टेंट ट्रेड में प्रशिक्षण पूरा करने वाले 43 प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इनमें से नौ व्यक्तियों का प्लेसमेंट बैंगलोर स्थित होंडा और हीरो मोटरसाइकिल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी में हुआ है, जबकि दो लोगों ने वोल्टास, बोकारो में स्थान हासिल किया है। इलेक्ट्रिकल ट्रेड में प्रशिक्षण लेने वाले 17 प्रशिक्षुओं को श्नाइडर टूल किट्स प्रदान किए गए, जिससे कि वे अपने व्यावहारिक कौशल को बढ़ावा दे सकें और सेवा के रूप में अपना सर्वोत्तम दे सकें।
इस अवसर पर नाबार्ड के जिला विकास प्रबंधक फिलोमन बिलुंग मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में दीक्षा के बोकारो के प्राचार्य उमेश प्रसाद, समर्पित प्रशिक्षक परमेश्वर महतो, आशा शर्मा, समीर आनंद, रामानुज शर्मा, रंजीता कुमारी, राज कालिंदी और सीएसआर विभाग के प्रतिनिधि, प्रभात कुमार एवं श्री मथुरा प्रसाद शामिल थे।
इस पहल के बारे में विस्तार से बताते हुए, श्री प्रिय रंजन, यूनिट हेड, डालमिया सीमेंट (भारत) लिमिटेड, बोकारो, ने कहा, “डालमिया भारत में हम संभावित अवसर उत्पन्न करने के लिए प्रतिबद्ध हैं, ताकि सामाजिक परिवर्तन को सक्षम और देश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर सकें। दीक्षा में हमारी प्रतिबद्धता डोमेन-विशिष्ट ज्ञान प्रदान करने से कहीं अधिक है। हमें गर्व है कि हम अपने प्रशिक्षुओं को समग्र कौशल प्रदान करने में सक्षम हैं, जिसका विस्तार वित्तीय साक्षरता, डिजिटल कुशलता और आवश्यक सॉफ्ट कौशल तक है। हम इस महत्वपूर्ण पहल हेतु हमारे साथ साझेदारी करने के लिए सेल, बीएसएल और नाबार्ड के आभारी हैं।”
बोकारो दीक्षा केंद्र की स्थापना मई 2023 में की गई थी, यह तब से ही आसपास के गाँवों के युवाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाल रहा है। इस सेंटर में उन लोगों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है, जो सहायक इलेक्ट्रीशियन, जनरल ड्यूटी असिस्टेंट, कस्टमर रिलेशनशिप मैनेजमेंट, सिलाई मशीन ऑपरेटर, मैकेनिकल फिटर और इलेक्ट्रॉनिक्स आदि के रूप में करियर बनाना चाहते हैं। इसके अतिरिक्त, यह घोषणा की गई है कि यह अपनी योजना के तहत निकट भविष्य में पुरुष प्रशिक्षुओं के लिए छात्रावास सुविधा भी प्रदान करेगा, जिससे प्रशिक्षण कार्यक्रमों में शामिल होना उनके लिए और भी आसान हो जाएगा और अधिक से अधिक ग्रामीण युवा इसमें शामिल हो सकेंगे।