रसुवा (नेपाल) : नेपाल में मंगलवार सुबह तेज बारिश के बाद आई अचानक बाढ़ ने नेपाल-चीन फ्रेंडशिप ब्रिज को बहा दिया। इस हादसे में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 18 लोग अब भी लापता हैं, जिनमें 6 चीनी नागरिक और 3 नेपाली पुलिसकर्मी शामिल हैं।
यह दर्दनाक हादसा नेपाल के पहाड़ी जिले रसुवा में हुआ, जहां बाढ़ ने न सिर्फ पुल को तबाह कर दिया, बल्कि कस्टम यार्ड में खड़ी सैकड़ों गाड़ियां और मालवाहक कंटेनर भी बहा दिए।
लापता लोगों में ज़्यादातर ड्राइवर, माल ले जाने वाले कर्मचारी और बाढ़ में फंसे लोगों को बचाने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मी हैं।
प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने हवाई सर्वेक्षण के बाद कहा, “यह बाढ़ जान-माल और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा गई है।”
नेपाल सेना और पुलिस ने हेलीकॉप्टरों की मदद से अब तक 55 लोगों को सुरक्षित निकाला है। वहीं, बाढ़ के चलते कई हाइड्रोपावर प्लांट भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं, जिससे बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई है।
नेपाल का पहाड़ी इलाका मानसून में अक्सर बाढ़ की चपेट में आता है, लेकिन जलवायु परिवर्तन और ग्लेशियर झीलों के फटने जैसी घटनाओं ने अब इसे और खतरनाक बना दिया है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2023 में नेपाल में मानसून से जुड़ी घटनाओं में 495 लोगों की मौत हुई थी।
इस साल भारत भी इसी तरह की तबाही झेल रहा है। खासतौर पर हिमाचल प्रदेश में अब तक 80 से ज़्यादा मौतें हो चुकी हैं और कई लोग लापता हैं। भारत के गृह मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 5 राज्यों में बाढ़ से 14 मौतें हुई हैं।