नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। शाहदरा इलाके में कांवड़ियों के मार्ग पर कांच के टुकड़े बिखरे मिलने से हड़कंप मच गया है। बीजेपी नेताओं ने आरोप लगाया है कि यह जानबूझकर की गई साजिश है ताकि नंगे पांव चल रहे श्रद्धालुओं को नुकसान पहुंचे।
बीजेपी विधायक संजय गोयल ने बताया कि पिछले दो दिनों से यात्रा मार्ग पर बड़ी मात्रा में कांच के टुकड़े फैले हुए हैं। “कल जब हमने निरीक्षण किया, तो देखा कि करीब एक किलोमीटर तक रास्ते पर कांच बिखरा हुआ था। यह श्रद्धालुओं की जान के लिए खतरा है,” उन्होंने कहा।
It came to notice yesternight that large amount of shrads of broken glass had been strewn on a stretch of about one km road in Dilshad Garden, on the route of Kaanwar Yatris, who walk barefoot.
Instructed Police to reach the spot & directed PWD to immediately take corrective… pic.twitter.com/i68yFDW3ov
— LG Delhi (@LtGovDelhi) July 13, 2025
दिल्ली सरकार के मंत्री कपिल मिश्रा ने भी इस घटना पर चिंता जताई और कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने मामले को गंभीरता से लिया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, “कुछ शरारती तत्वों ने कांवड़ यात्रा मार्ग पर कांच बिखेर दिया। पीडब्ल्यूडी और एमसीडी की टीमें सफाई में जुटी हैं। स्थानीय विधायक संजय गोयल जी मौके पर हैं और मुख्यमंत्री खुद निगरानी कर रही हैं।”
शिकायत मिलते ही दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। साथ ही, PWD और MCD की टीमें लगातार सफाई अभियान में लगी हैं। हालांकि, पीडब्ल्यूडी के एक कर्मचारी ने बताया कि अब भी कुछ जगहों पर कांच नजर आ रहा है।
इस बार कांवड़ यात्रा शुक्रवार से शुरू हुई है और इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा समेत कई राज्यों से लाखों श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। कांवड़िए हरिद्वार से गंगाजल लेकर अपने शहरों में लौटते हैं और शिव मंदिरों में जलाभिषेक करते हैं।
सरकार का अनुमान है कि इस साल 6-7 करोड़ श्रद्धालु यात्रा में हिस्सा लेंगे, जो पिछले साल के 4 करोड़ से कहीं ज्यादा है। ऐसे में प्रशासन ने सुरक्षा और ट्रैफिक को लेकर कड़े इंतजाम किए हैं।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कुछ दिन पहले एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक की थी, जिसमें उन्होंने बताया कि इस बार कांवड़ कैंप लगाने के लिए रिकॉर्ड 374 आवेदन मिले हैं — जो पिछले साल के 170 कैंपों से कहीं ज्यादा हैं। इससे साफ है कि भक्तों में इस बार गजब का उत्साह है।
अब सवाल उठ रहा है — क्या ये वाकई साजिश थी? पुलिस सभी पहलुओं की जांच में जुटी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर सरकार भी सतर्क हो चुकी है।