New Delhi: भारत की घरेलू तकनीक से बनी एआई-आधारित एयर डिफेंस सिस्टम ‘आकाशतीर’ ने पाकिस्तान की तरफ से आए सभी ड्रोन, मिसाइल, माइक्रो यूएवी और लूटिंग म्यूनिशन को सफलतापूर्वक मार गिराया। इस हमले में एक भी दुश्मन डिवाइस भारतीय हवाई सीमा में घुस नहीं सका।
‘आकाशतीर’ को पूरी तरह भारत में ही बनाया गया है, और इसमें कोई विदेशी तकनीक या सैटेलाइट का इस्तेमाल नहीं किया गया। यह दुनिया का पहला ऐसा एआई वॉर-क्लाउड माना जा रहा है जो पूरी तरह स्वदेशी है और पूरी तरह ऑटोमेटिक तरीके से काम करता है।
दूसरी ओर पाकिस्तान ने अपने HQ-9 और HQ-16 जैसे आधुनिक एयर डिफेंस सिस्टम इस्तेमाल किए, लेकिन ये भारतीय हमलों को न तो पहचान पाए और न ही रोक सके, जिससे उसे भारी नुकसान झेलना पड़ा।
‘आकाशतीर’ ने भारत को एकीकृत और रियल-टाइम एयर पिक्चर मुहैया कराई, जिससे कंट्रोल रूम, रडार स्टेशन और डिफेंस यूनिट्स के बीच बेहतरीन तालमेल बना रहा। इस सिस्टम में रडार, सेंसर और कम्युनिकेशन टेक्नोलॉजी को एक साथ जोड़कर दुश्मन के विमानों, ड्रोन और मिसाइलों को अपने आप ट्रैक और खत्म करने की क्षमता है।
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि ‘आकाशतीर’ की सफलता भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और भविष्य की युद्ध रणनीति में बड़ा कदम है। अब भारत पूरी तरह से एआई-आधारित लड़ाई के लिए तैयार है – तेज, सटीक और बिना किसी बाहरी सहारे के।