News Desk: इज़राइल ने शुक्रवार को ईरान के खिलाफ बड़ा हमला करते हुए उसके कई परमाणु और सैन्य ठिकानों पर प्री-एम्प्टिव स्ट्राइक (पहले से तैयारी करके हमला) की। इज़राइल डिफेंस फोर्स (IDF) ने कहा कि यह कार्रवाई ईरान के परमाणु हथियार हासिल करने की बढ़ती कोशिशों को रोकने के लिए जरूरी थी।
IDF ने X (पहले ट्विटर) पर पोस्ट कर कहा,
“IDF ने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाते हुए सटीक और संयुक्त हमला किया है।”
आईडीएफ ने दावा किया कि दर्जनों IAF (इज़राइली वायुसेना) जेट विमानों ने ईरान के कई हिस्सों में फैले सैन्य और परमाणु ठिकानों पर हमले किए।
IDF ने यह भी कहा,
“ईरानी शासन के हाथों में सामूहिक विनाश के हथियार इज़राइल और पूरी दुनिया के लिए खतरा हैं। इज़राइल को अपनी रक्षा के लिए हर जरूरी कदम उठाना होगा।”
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा,
“यह ऑपरेशन तब तक चलेगा जब तक खतरा पूरी तरह खत्म नहीं हो जाता।”
Moments ago, Israel launched Operation “Rising Lion”, a targeted military operation to roll back the Iranian threat to Israel’s very survival.
This operation will continue for as many days as it takes to remove this threat.
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Statement by Prime Minister Benjamin Netanyahu: pic.twitter.com/XgUTy90g1S
— Benjamin Netanyahu – בנימין נתניהו (@netanyahu) June 13, 2025
ईरान का पलटवार: “कड़वा और दर्दनाक अंजाम भुगतेगा इज़राइल”
ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई ने इज़राइल को चेतावनी देते हुए कहा कि
“इस हमले के बाद ज़ायोनी शासन ने अपने लिए एक कड़वा और दर्दनाक भविष्य लिख लिया है। इसका जवाब ज़रूर मिलेगा।”
ईरानी सशस्त्र बलों के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल अबोलफ़ज़ल शेकारची ने कहा कि
“हमारी प्रतिक्रिया भारी और निर्णायक होगी।”
टॉप ईरानी जनरल होसेन सलामी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मारे गए
ईरान की सरकारी मीडिया ने पुष्टि की है कि इस्लामिक रिवॉल्यूशन गार्ड्स कॉर्प्स (IRGC) के प्रमुख कमांडर मेजर जनरल होसेन सलामी और ईरान के खातम अल-अनबिया हेडक्वार्टर के प्रमुख मेजर जनरल गोलाम अली राशिद की इस्राइली हमले में मौत हो गई। राशिद के बेटे की भी मौत की खबर है।
ईरानी समाचार एजेंसी तसनीम के अनुसार, यह हमला शुक्रवार की सुबह हुआ और इसमें सैन्य और नागरिक दोनों क्षेत्रों में भारी जान-माल का नुकसान हुआ।
अमेरिका ने खींची दूरी, कहा- “हम इस हमले में शामिल नहीं”
इस हमले को लेकर अमेरिका ने खुद को अलग रखते हुए कहा कि इज़राइल ने यह कार्रवाई एकतरफा की है।
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा,
“इज़राइल ने ईरान पर यह हमला खुद के फैसले पर किया है। अमेरिका इसमें शामिल नहीं है। हमारी प्राथमिकता क्षेत्र में अमेरिकी बलों की सुरक्षा है।”
अब हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इज़राइल और ईरान के बीच यह टकराव किसी बड़े युद्ध की ओर इशारा कर रहा है। पूरे मध्य पूर्व क्षेत्र में हालात विस्फोटक बन चुके हैं।
भारत ने जताई चिंता, दी संयम बरतने की सलाह
भारत ने ईरान और इज़राइल के बीच हालिया घटनाक्रम पर चिंता जताई है और दोनों पक्षों से किसी भी प्रकार के उकसावे से बचने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि नई दिल्ली स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है, खासकर उन रिपोर्टों पर जो परमाणु ठिकानों पर हमलों से जुड़ी हैं।