इस्लामाबाद: पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन Jaish-e-Mohammed (JeM) ने महिलाओं के लिए एक ऑनलाइन ‘जिहादी कोर्स’ शुरू किया है। इस कोर्स का मकसद महिलाओं की भर्ती और फंड जुटाना बताया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह कोर्स जैश के नए महिला विंग ‘जमात-उल-मुमिनात’ के तहत चलाया जा रहा है।
इस कोर्स का नाम ‘तुफत अल-मुमिनात’ रखा गया है। इसमें शामिल होने वाली हर महिला से 500 पाकिस्तानी रुपये लिए जा रहे हैं।
रोजाना करीब 40 मिनट की क्लास होगी, जिसे जैश के नेताओं के घर की महिलाएं चलाएंगी। जैश-ए-मोहम्मद इन क्लासों की अगुवाई मसूद अजहर की दो बहनें—सादिया अजहर और समैरा अजहर करेंगी। उनका उद्देश्य महिलाओं को जमात-उल-मुमिनात से जोड़ना है।
सादिया के पति और जैश कमांडर यूसुफ अजहर की मौत भारतीय सेना के ऑपरेशन सिंदूर में हुई थी। यह ऑपरेशन पहलगाम आतंकी हमले के बाद किया गया था। इसी अभियान में मसूद अजहर के कई परिवारजन मारे गए थे।
इसके अलावा, इस कोर्स में लेक्चर देने वालों में अफरीरा फारूक, जो पुलवामा हमले के साजिशकर्ता उमर फारूक की पत्नी हैं, उनका भी नाम शामिल है।
रिपोर्ट के मुताबिक, यह ऑनलाइन भर्ती अभियान 8 नवंबर से शुरू होगा। जैश अब अपने कमांडरों की पत्नियों और गरीब तबके की महिलाओं को टारगेट कर रहा है, जो जैश के धार्मिक केंद्रों में पढ़ाई कर रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि पाकिस्तान के रूढ़िवादी समाज में जहां महिलाओं का अकेले बाहर जाना कठिन माना जाता है, वहां जैश ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को नया हथियार बना लिया है ताकि घर बैठे ही ब्रेनवॉश और भर्ती की जा सके।

