- सोनम वांगचुक पर विदेशी फंडिंग और पाक कनेक्शन का आरोप, जांच में नया मोड़
- लद्दाख की हिंसा देश को अस्थिर करने की कोशिश: VHP अध्यक्ष
लेह: लद्दाख में हाल ही में भड़की हिंसा के बाद अब जांच में नया मोड़ सामने आया है। पुलिस ने राज्य का दर्जा मांग रहे आंदोलनकारी सोनम वांगचुक पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अधिकारियों का कहना है कि वांगचुक के पाकिस्तान और बांग्लादेश से संबंधों के सबूत मिले हैं और इसी के चलते हिंसा भड़की।
पाकिस्तानी लिंक और विदेश यात्राओं पर उठे सवाल
लद्दाख पुलिस महानिदेशक एस. डी. सिंह जमवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में खुलासा किया कि वांगचुक ने पाकिस्तान और बांग्लादेश की यात्राएँ की थीं। पुलिस का दावा है कि वे पाकिस्तान के अख़बार डॉन के एक कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।
पुलिस का दावा: विदेशी फंडिंग और FCRA उल्लंघन
जमवाल ने बताया कि हाल ही में गिरफ्तार एक पाकिस्तानी इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (PIO) के वांगचुक से संपर्क में होने के सबूत हैं। उन्होंने कहा कि वित्तीय लेन-देन और विदेशी फंडिंग की भी जांच की जा रही है, जिसमें FCRA उल्लंघन का मामला साफ़ दिख रहा है।
VHP ने हिंसा को बताया बड़ी साज़िश का ‘रिहर्सल’
नेपाल-बांग्लादेश जैसे हालात की चेतावनी
इस मामले पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) अध्यक्ष आलोक कुमार ने बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि लद्दाख में हुई हिंसा “नेपाल और बांग्लादेश जैसी साज़िशों का रिहर्सल” हो सकती है।
अलोक कुमार ने जताई सतर्कता की ज़रूरत
“हमें बेहद सतर्क रहना होगा। इस तरह की घटनाएँ भारत को अस्थिर करने की सुनियोजित कोशिश का हिस्सा हो सकती हैं,” आलोक कुमार ने कहा।
हालात सामान्य करने की कोशिश, कर्फ्यू में ढील
पुराने शहर और नए इलाके में अलग-अलग समय पर राहत
हालांकि तनाव अब भी बरकरार है, लेकिन प्रशासन ने कर्फ्यू में ढील देने का ऐलान किया है। पुराने शहर में 1 बजे से 3 बजे तक और नए इलाकों में 3:30 बजे से 5:30 बजे तक राहत दी जाएगी।
लद्दाख हिंसा अब केवल स्थानीय आंदोलन का मुद्दा नहीं रहा, बल्कि इसमें विदेशी कनेक्शन, राजनीतिक चेतावनी और राष्ट्रीय सुरक्षा की चिंता जुड़ गई है। सोनम वांगचुक पर लगे आरोप और VHP की चेतावनी से मामला और भी गंभीर हो गया है। आने वाले दिनों में जांच की दिशा और केंद्र सरकार का रुख इस पूरे विवाद को नया मोड़ दे सकता है।


