* भारतीय साहित्य में महाकवि विद्यापति का गौरवपूर्ण स्थान : अनिल कुमार
अरुण पाठक
बोकारो: मैथिलों की प्रतिष्ठित सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था मिथिला सांस्कृतिक परिषद् द्वारा मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल परिसर, सेक्टर 4 में स्थापित महाकवि विद्यापति की मूर्ति का अनावरण सोमवार की शाम को किया गया। परिषद् के अध्यक्ष अनिल कुमार, मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष हरि मोहन झा, विद्यालय के पूर्व अध्यक्ष प्रभात कुमार झा, बीएसएल के मुख्य महाप्रबंधक (नगर सेवाएं) कुंदन कुमार, डॉ के एन ठाकुर, वरिष्ठ साहित्यकार बुद्धिनाथ झा, परिषद् के उपाध्यक्ष समरेन्द्र झा व अविनाश कुमार झा, महासचिव नीरज चौधरी, संयुक्त सचिव प्रदीप कुमार झा, सुनील चौधरी, वित्त सचिव मिहिर मोहन ठाकुर, संगठन सचिव बहुरन झा, सांस्कृतिक कार्यक्रम निदेशक अरुण पाठक, सांस्कृतिक कार्यक्रम उप निदेशक प्रदीप झा, विद्यालय सचिव पी के झा चंदन ने विद्यापति की प्रतिमा का अनावरण किया। इस मौके पर आगत अतिथियों को पाग, शॉल व मिथिला पेंटिंग भेंट कर सम्मानित किया गया साथ ही परिषद् के पूर्व व वर्तमान पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं को भी पाग पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया।
स्वागत भाषण में महासचिव नीरज चौधरी ने कहा कि आज का यह दिन ऐतिहासिक है। हम सभी का वर्षों से यह सपना था कि मिथिला के सांस्कृतिक गौरव महाकवि विद्यापति की मूर्ति मिथिला सांस्कृतिक परिषद् द्वारा संचालित मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल परिसर में स्थापित हो, जो आज पूरा हुआ है। मूर्ति स्थापना में उन्होंने कार्यकारिणी सहित समाज के सहयोग की प्रशंसा करते हुए उनके प्रति आभार जताया। मिथिला सांस्कृति परिषद् के अध्यक्ष अनिल कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि परिषद् के प्रांगण में कवि कोकिल विद्यापति की मूर्ति का अनावरण होना सभी मैथिलों के लिए प्रसन्नता की बात है। भारतीय साहित्य में महाकवि विद्यापति का गौरवपूर्ण स्थान है। मिथिला एकेडमी पब्लिक स्कूल के अध्यक्ष हरि मोहन झा ने अपने संबोधन में महाकवि विद्यापति को शृंगार व भक्ति परंपरा के प्रमुख स्तंभों में से एक कवि बताते हुए भारतीय साहित्य के विकास में उनके योगदान को रेखांकित किया। उन्होंने परिषद् द्वारा उनकी प्रतिमा स्थापित करने व इसके लिए समाज के सहयोग की भी सराहना की।

इस अवसर पर महाकवि विद्यापति के गीतों का गायन भी आकर्षण का केन्द्र रहा। परिषद् के सांस्कृतिक कार्यक्रम निदेशक अरुण पाठक के संयोजन में आभा झा, उमेश झा, शेफाली दुबे, आंचल पाठक व मिथिला महिला समिति की अध्यक्ष सीमा झा, वरिष्ठ सदस्या किरण मिश्रा, नमिता झा, चंदा झा, रेणुका झा, पूनम झा व आशा पाठक ने विद्यापति गीतों की सुमधुर प्रस्तुति से समां बांध दिया। मिथिला एकेडमी की छात्रा आलिया व तेजस्विनी ने ‘कनक भूधर शिखर वासिनी…’ गीत पर मनोहारी नृत्य की प्रस्तुति की। कार्यक्रम में सिंथेसाइज़र पर राजेन्द्र, हारमोनियम पर उमेश झा, ढोलक पर विश्वनाथ गोस्वामी, आक्टोपैड पर मनोज व तबले पर हर्षित झा ने अच्छी संगति की। मंच संचालन योजना सचिव शिवेश पाठक व सुनील मोहन ठाकुर ने किया। धन्यवाद ज्ञापन परिषद के स्थाई आमंत्रित सदस्य राजेन्द्र कुमार ने किया।

इस अवसर पर दुर्गा नंद झा, डॉ ए के झा, डॉ निलय पाठक, श्रीमोहन झा, सुदीप कुमार ठाकुर, आर एन मिश्र, गोविंद कुमार झा, मनोज कुमार झा, अनिल कुमार झा, अरविंद मिश्रा, आनंद राजहंस, शंकर सिंह, अजय चौधरी दीपक, श्रवण कुमार झा, सोनू, अमिता झा, बीनू चौधरी, बीणा झा, प्रेरणा ओझा, ममता झा, अमरनाथ झा, पी एन झा, वकील कांत मिश्र, रितेश झा, शंभु झा, महादेव झा, डॉ राकेश रंजन, विद्यानंद चौधरी, अश्विनी कुमार मिश्र, विश्वनाथ झा, बबिता झा, गणेश झा, सुधांशु शेखर झा, अवधेश पाठक आदि उपस्थित थे।