Mohammed Rafi’s 101st Birth Anniversary Marked with Melodious Tribute in Bokaro
बोकारो : फिल्म संगीत के महान पार्श्वगायक मो रफी (Mohammed Rafi) की 101वीं जयंती पर बुधवार की शाम सेक्टर 6 सी में संगीत संध्या आयोजित कर बोकारो (Bokaro) के कलाकारों ने उन्हें स्वरमयी श्रद्धांजलि दी। स्वरागिनी म्यूजिकल ग्रुप के बैनर तले आयोजित इस कार्यक्रम में बोकारो के प्रसिद्ध गायक अरुण पाठक, रमण चौधरी, अरुप कुमार मिश्रा, संगीत निर्देशक मनोज उपाध्याय उर्फ सुमन जी, वरिष्ठ रंगकर्मी शंभु झा, शिक्षक व संगीत प्रेमी नीरज सिंह, गंगाधर मिश्रा आदि ने रफी साहब की तस्वीर पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर उन्हें नमन किया।
वक्ताओं ने रफी साहब को फिल्म जगत का अनमोल रतन बताते हुए कहा कि उनकी गायकी बेमिसाल थी। उन्होंने दर्द, विरह, प्रेम, उमंग, भक्ति हर तरह के गीतों को गाकर अपार लोकप्रियता हासिल की। उनके गाए नग्में सदैव अविस्मरणीय रहेंगे।
इस अवसर पर कलाकारों ने मो रफी के गाए कुछ प्रसिद्ध गीतों की सुमधुर प्रस्तुतियों से उन्हें स्वरमयी श्रद्धांजलि दी। अरुण पाठक ने मुझको मेरे बाद ज़माना ढूंढ़ेगा.., मैं निगाहें तेरे चेहरे से हटाऊं कैसे.., मुझे भूल जाना अगर हो सके…, कहां जा रहा है तू ऐ जानेवाले.., मैं ये सोचकर उसके दर से उठा था.. व अन्य गीतों की सुंदर प्रस्तुति से समा बांध दिया। रमण चौधरी ने कैसे कटेगी जिंदगी तेरे बगैर.., ना किसी की आंख का नूर हूं, यहां मैं अजनबी हूं, इस भरी दुनिया में कोई भी हमारा न हुआ.., अरुप कुमार मिश्रा ने मैं कहीं कवि न बन जाऊं.. व छू लेने दो नाजुक होटों को… सुनाकर रफी साहब को श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम रमण चौधरी व रागिनी सिन्हा अंबष्ट के संयोजन में आयोजित हुआ।

