नई दिल्ली/श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने रविवार को दो कश्मीरी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि इन दोनों ने पाकिस्तान से आए आतंकियों को हमले से पहले खाना, ठिकाना और हर तरह की मदद मुहैया कराई थी।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के नाम परवेज़ अहमद जोठार और बशीर अहमद जोठार हैं। NIA की जांच में सामने आया है कि इन दोनों ने हमले से कुछ दिन पहले तीन पाकिस्तानी आतंकियों को हिल पार्क इलाके के एक मौसमी ढोक (झोपड़ी) में छिपाया था।
NIA के मुताबिक, ये आतंकी पाकिस्तान के आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े थे। एजेंसी के प्रवक्ता ने बताया कि परवेज़ और बशीर ने पूछताछ में आतंकियों की पहचान भी बताई है और इस बात की पुष्टि की है कि वे पाकिस्तानी थे।
22 अप्रैल को पहलगाम के मशहूर टूरिस्ट स्पॉट बैसारन घास के मैदानों में हुए इस आतंकी हमले में 24 भारतीय पर्यटक, एक कश्मीरी स्थानीय और एक नेपाली नागरिक की दर्दनाक मौत हो गई थी। चश्मदीदों के मुताबिक, आतंकियों ने लोगों की धार्मिक पहचान देखकर उन्हें चुन-चुनकर गोली मारी थी।
इस घटना की जांच पहले जम्मू-कश्मीर पुलिस कर रही थी, लेकिन बाद में इसे गृह मंत्रालय (MHA) के निर्देश पर NIA को सौंपा गया। हमले के कुछ ही घंटों बाद NIA की टीम मौके पर पहुंच गई थी और एक आईजी रैंक के अधिकारी की अगुवाई में जांच शुरू की गई थी।
इस हमले के जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर में स्थित आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी। भारत के निशाने पर जैश-ए-मोहम्मद (JeM) और लश्कर-ए-तैयबा के मुख्यालय शामिल थे। जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान ने भी भारत के सैन्य और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया। हालांकि 10 मई को सीज़फायर की सहमति के बाद हालात सामान्य हुए।
NIA की इस गिरफ्तारी से साफ है कि एजेंसी आतंकियों की सप्लाई चेन को पूरी तरह ध्वस्त करने की दिशा में काम कर रही है।