पाकिस्तान की बड़ी छलांग! अमेरिका को भेजी पहली रेयर अर्थ मिनरल्स की खेप
इस्लामाबाद/वॉशिंगटन: Pakistan ने US को पहली बार रेयर अर्थ और क्रिटिकल मिनरल्स की खेप भेजी है। यह कदम दोनों देशों के बीच हुए 500 मिलियन डॉलर के ऐतिहासिक समझौते के तहत उठाया गया है, जिससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और रणनीतिक रिश्तों में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद है।
सितंबर में पाकिस्तान की फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन (FWO) और अमेरिकी कंपनी यूएस स्ट्रैटेजिक मेटल्स (USSM) के बीच यह समझौता हुआ था। अब इस समझौते के तहत पहली खेप अमेरिका भेजी गई है, जिसमें एंटिमनी, कॉपर कॉन्सन्ट्रेट और रेयर अर्थ एलिमेंट्स जैसे नियोडिमियम और प्रासियोडिमियम शामिल हैं। ये मिनरल्स इलेक्ट्रिक वाहनों, सोलर एनर्जी और डिफेंस टेक्नोलॉजी में अहम भूमिका निभाते हैं।
USSM के सीईओ स्टेसी डब्ल्यू. हैस्टी ने इसे “दोनों देशों के बीच सहयोग का ऐतिहासिक मील का पत्थर” बताया। उनका कहना है कि यह साझेदारी खोज से लेकर खनिज रिफाइनिंग तक, पाकिस्तान में पूरे वैल्यू चेन को विकसित करेगी।
Pakistan has dispatched its first shipment of rare earth minerals to the US under a $500-million deal with an American company : IndiaToday report pic.twitter.com/9OI5Eq3GzG
— OsintTV 📺 (@OsintTV) October 6, 2025
पाकिस्तान के लिए बड़ा मौका
माना जा रहा है कि यह डील पाकिस्तान के लिए गेम चेंजर साबित हो सकती है। देश में करीब 6 ट्रिलियन डॉलर के खनिज संसाधन मौजूद हैं, लेकिन अब तक उनका पूरा इस्तेमाल नहीं हो सका है। इस परियोजना से न केवल हजारों नौकरियां पैदा होंगी बल्कि नई तकनीक और विदेशी निवेश भी आएगा।
अमेरिका के लिए यह साझेदारी इसलिए अहम है क्योंकि इससे उसे रेयर अर्थ मिनरल्स का नया और भरोसेमंद स्रोत मिलेगा, जिससे वह कुछ देशों पर अपनी निर्भरता कम कर सकेगा।
विपक्ष ने उठाए सवाल
हालांकि, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने इस समझौते पर नाराज़गी जताई है। पार्टी ने सरकार पर “गुप्त और एकतरफा सौदे” करने का आरोप लगाया है और संसद में पूरी जानकारी पेश करने की मांग की है।
PTI नेता शेख वक्कास अकबर ने कहा, “ऐसे गुप्त समझौते देश के हालात को और भड़का सकते हैं। सरकार को जनता के सामने सब कुछ साफ़ करना चाहिए।”
आगे क्या
पहली खेप भेजे जाने के बाद अब अगला कदम पाकिस्तान में ही मिनरल प्रोसेसिंग और रिफाइनिंग प्लांट्स की स्थापना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह साझेदारी पारदर्शी और सही दिशा में चली, तो पाकिस्तान दुनिया के क्रिटिकल मिनरल मार्केट में एक बड़ा खिलाड़ी बन सकता है।