वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत वनवासी कल्याण केंद्र बोकारो द्वारा चंदनकियारी प्रखंड के अंतर्गत जनजाति गांव – मुरलुडीह, सीधाटांड और कुंभीडोबा में फलदार पौधारोपण किये गये । इसमें रोटरी क्लब बोकारो के सौजन्य से प्राप्त मुख्यतः आम, अमरुद, कटहल, जामुन, आंबला, नीम, काजू, मेहोगनी, शीशम इत्यादि के करीब 650 पौधे लगाए गए।
इस अवसर पर वनवासी कल्याण केंद्र के बोकारो जिला सचिव – दयाल कुमार ईश्वर ने कहा कि प्रकृति में पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने के लिए हर वर्ष मानसून के मौसम में पौधारोपण अभियान चलाया जाता है। आधुनिकीकरण और विकास की दौर में जंगल – झाड़ और वृक्षों की अंधाधुन कटाई हो रही है। पेड़-पौधे और जंगल कम होने से दिनोंदिन पृथ्वी का तापमान तेजी से बढ़ रहा है। मौसम का मिजाज बिगड़ रहा है । पर्यावरण में प्रदूषण दिनोंदिन बढ़ रहा है।
केंद्र के अध्यक्ष – शंकर प्रसाद मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि पेड़-पौधे और वृक्ष मानव जीवन के लिए जरूरी प्राणवायु ऑक्सीजन का उत्सर्जन करते हैं। मानव और समस्त जीव – जंतु जीने के लिए अपनी सांसों में ऑक्सीजन ही लेते हैं और दूषित गैस – कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ते हैं। प्रकृति में पेड़-पौधे और वृक्ष ही हैं, जो जहरीले गैस कार्बन डाइऑक्साइड का शोषण कर बदले में ऑक्सीजन को छोड़ते हैं, जिसके कारण पर्यावरण का संतुलन हमेशा बना रहता है।
डॉ शारदा रानी ने कहा कि एक बड़ा वृक्ष सालाना करीब 100 से 120 किलोग्राम तक ऑक्सीजन का उत्सर्जन करता है। इसलिए एक औसत परिवार के लिए जरूरी ऑक्सीजन को पूरा करने का काम आसपास के दो बड़े वृक्ष प्राकृतिक रूप से कर लेते हैं और वृक्ष बड़ा तभी होगा, जब हम वृक्ष लगाएंगे। जंगल और पेड़-पौधे ही मानव जीवन के लिए ऑक्सीजन के अलावा फल, फूल, औषधि, कागज और बहुमूल्य इमरती व फर्नीचर की लकड़ी उपलब्ध कराते हैं। गरीबों के लिए जलावन की लकड़ी और पशुओं के लिए चारा उपलब्ध कराते हैं ।
यह घने जंगल ही बादलों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं, जिनके कारण पृथ्वी पर वर्षा होती है । मानव के साथ-साथ प्रकृति में पशु-पक्षी और जीव-जंतुओं का होना भी जरूरी है । जंगल या पेड़-पौधों के बिना सृष्टि में पशु-पक्षियों और जीव- जंतुओं का जीवन संभव नहीं है। नदियों के किनारे वृक्षों की जड़ें ही मिट्टी को पकड़ कर रखती है और कटाव को रोकती है ।
वृक्षारोपण के क्रम में रोटरी क्लब बोकारो के सौजन्य से प्राप्त उन्नत किस्म के कटहल के बीज पेड़ उगाने के लिए आदिवासी ग्रामीण किसानों, उनके परिवार के बीच वितरित किये गये । इस कार्यक्रम को लेकर ग्रामीणों में काफी उत्साह देखा गया।
मौके पर वनवासी कल्याण केंद्र झारखंड के धनबाद विभाग संगठन मंत्री – मदन महतो और कुंभीडोबा पंचायत की मुखिया उषा देवी के पति मंगल मुर्मू विशेष रूप से उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में चंदनकियारी की प्रखंड महिला प्रमुख – श्रीमती भानु रजवार, महिला मंडल प्रमुख – श्रीमती रीता रजक, मोदी जी एकल विद्यालय के आचार्य – कांहू उरांव, कार्यकर्ता – हराधन रजवार, श्रीराम रजवार आदि की भूमिका सराहनीय रही।