G7 से G9 तक! ट्रंप की नई ‘ग्लोबल पॉलिटिक्स’ की थ्योरी

ट्रंप ने फिर दिया पुतिन का साथ, बोले – G7 को फिर से G8 बनाएं, चीन को भी जोड़ें तो G9 हो सकता है

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का समर्थन करते हुए विवादास्पद बयान दिया है। ट्रंप ने कहा है कि G7 समूह को फिर से G8 बनाया जाना चाहिए और जरूरत पड़े तो चीन को भी इसमें जोड़ा जा सकता है, जिससे यह G9 बन जाएगा।

G7 सम्मेलन के दौरान ट्रंप ने कहा, “पहले ये G8 था, लेकिन ओबामा और ट्रूडो ने रूस को बाहर कर दिया। ये बहुत बड़ी गलती थी। अगर रूस को बाहर न किया गया होता, तो आज यूक्रेन में युद्ध नहीं होता। और अगर मैं राष्ट्रपति होता, तो ये युद्ध कभी शुरू ही नहीं होता।”

हालांकि ट्रंप के बयान में ऐतिहासिक गलतियाँ भी रहीं। ट्रूडो 2015 में कनाडा के प्रधानमंत्री बने, जबकि रूस को G8 से 2014 में बाहर किया गया, जब उसने यूक्रेन के क्रीमिया इलाके पर कब्जा कर लिया था। यानी रूस ने G8 का सदस्य रहते हुए ही यूक्रेन पर हमला किया था और उसकी सदस्यता छीनना उसी का नतीजा था।

ट्रंप ने पुतिन के बारे में कहा, “वह बहुत अपमानित महसूस कर रहे थे जब उन्हें G8 से बाहर निकाला गया, जैसा कोई भी महसूस करेगा।”

इतना ही नहीं, ट्रंप ने चीन को भी इस समूह में शामिल करने की बात कही। उन्होंने कहा, “अगर कोई चीन को शामिल करने का सुझाव देता है, तो यह कोई बुरा विचार नहीं है। आपको ऐसे लोगों से बातचीत करनी चाहिए जिनसे आप बात कर सकें।”

G7 क्या है?

G7 एक शक्तिशाली वैश्विक समूह है जिसमें अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान और कनाडा शामिल हैं। इसकी शुरुआत 1975 में हुई थी। रूस 1997 में इसमें शामिल हुआ और तब यह G8 बना, लेकिन 2014 में यूक्रेन पर हमले के बाद उसे निकाल दिया गया।

ट्रंप के बयान ने एक बार फिर वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है, खासकर तब जब वह 2024 के अमेरिकी चुनावों में दोबारा राष्ट्रपति बनने की कोशिश कर रहे हैं।

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