व्हाइट हाउस में ट्रंप से मिले शहबाज़ और मुनीर
वॉशिंगटन: अमेरिका-पाकिस्तान के रिश्तों में नई रौनक दिखी जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ़ और फील्ड मार्शल असीम मुनीर का व्हाइट हाउस में स्वागत किया। करीब 90 मिनट चली इस अहम बैठक में उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस और विदेश मंत्री मार्को रुबियो भी मौजूद रहे। बातचीत का फोकस सुरक्षा, आतंकवाद-रोधी साझेदारी और आर्थिक सहयोग पर रहा।
ट्रंप की तारीफ़
बैठक से पहले ट्रंप ने पत्रकारों से कहा कि शहबाज़ “बेहतरीन नेता” हैं और फील्ड मार्शल मुनीर “बहुत शानदार शख्सियत।” बाद में पाकिस्तान सरकार ने सोशल मीडिया पर तस्वीरें साझा कीं जिसमें ट्रंप मुस्कुराते हुए अंगूठा उठाते दिखे।
Pakistan’s PM Shehbaz Sharif and Field Marshal Asim Munir met US President Donald Trump at the Oval Office
Talks focused on the Pakistan-India ceasefire, Gaza peace efforts, and boosting Pak-US cooperation
Sharif invited Trump to visit Pakistan pic.twitter.com/iTtoSQDMlj
— RT (@RT_com) September 26, 2025
किन मुद्दों पर हुई चर्चा
स्रोतों के मुताबिक, अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बातचीत में सुरक्षा सहयोग, निवेश, और रणनीतिक साझेदारी प्रमुख मुद्दे रहे। शहबाज़ ने अमेरिकी कंपनियों को कृषि, ऊर्जा, खनन और टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश का निमंत्रण दिया।
अमेरिका ने पाकिस्तान के रेयर अर्थ मिनरल्स, तेल अन्वेषण और यहां तक कि क्रिप्टो माइनिंग में दिलचस्पी दिखाई। दोनों देशों ने जल्द एक व्यापक समझौते पर सहमति जताई, जिसमें सुरक्षा सहयोग और आतंकवाद विरोधी गठबंधन शामिल होगा।
मध्य-पूर्व की स्थिति भी एजेंडे में रही। शहबाज़ ने ग़ज़ा युद्ध खत्म कराने की ट्रंप की कोशिशों की सराहना की। वहीं अफगानिस्तान से आतंकवाद, बलूचिस्तान में अशांति और कश्मीर मुद्दा भी उठाया गया। ट्रंप ने पाकिस्तान को हरसंभव सहयोग का भरोसा दिलाया।
रिश्तों में नया दौर
ट्रंप के व्हाइट हाउस लौटने के बाद से अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ते तेजी से सुधर रहे हैं। यह शहबाज़ और ट्रंप की व्हाइट हाउस में पहली मुलाक़ात थी, जबकि मुनीर जून से अब तक दो बार अमेरिका आ चुके हैं।
दिलचस्प यह भी है कि जब अमेरिका और पाकिस्तान नज़दीक आ रहे हैं, उसी समय भारत-अमेरिका रिश्तों में तल्ख़ी बढ़ रही है। ट्रंप ने भारतीय निर्यात पर 50% टैरिफ लगा दिया है।
पाकिस्तान ने तो ट्रंप को 2026 के नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया है, यह कहते हुए कि उन्होंने भारत-पाकिस्तान संकट को शांत करने में “निर्णायक भूमिका” निभाई।
आगे की राह
शहबाज़ ने ट्रंप को पाकिस्तान आने का निमंत्रण दिया है, जबकि अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो अक्टूबर-नवंबर में इस्लामाबाद पहुंच सकते हैं।
व्हाइट हाउस की यह मुलाकात साफ़ संकेत देती है कि अमेरिका और पाकिस्तान एक बार फिर नज़दीक आ रहे हैं।