केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में गाड़ियों के आगे सेफ्टी गार्ड लगाए जाने पर प्रतिबन्ध को लेकर इंडियन सेफ्टी गार्ड इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने कड़ा एतराज जताते हुए इसे औचित्यहीन, कानून के विपरीत और जल्दबाजी में उठाया गया कदम बताते हुए सरकार से इस आदेश को वापिस लेने की मांग की है ! व्यापारियों के शीर्ष संगठनकॉन्फेडरेशन ऑफ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने इस मांग का समर्थन करते हुए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री नितिन गडकरी से इस मामले में सीधे हस्तक्षेप का आग्रह किया है !
केंद्र सरकार के सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने हाल ही में मोटर वव्हिकल एक्ट, 1988 की धारा 52 के अंतर्गत सेफ्टी गार्ड को असुरक्षित कहते हुए इसे गाड़ियों पर लगाने पर प्रतिबन्ध लगाया है और इस बारे में सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र भेजकर इस सलाह को लागू करने का आग्रह किया है ! धारा 52 में गाडी केपंजीकरण सर्टिफिकेट में वर्णित विवरण में किसी भी संशोधन करने पर प्रतिबन्ध है जबकि सेफ्टी गार्ड पंजीकरण सर्टिफिकेट के दायरे में आते ही नहीं है !
इंडियन सेफ्टी गार्ड्स इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री नरेंद्र मदान ने आज एक संवाददता सम्मेलन में कहा की सेफ्टी गार्ड को असुरक्षित कहना बेहद हास्यास्पद है जबकि वास्तव में सेफ्टी गार्ड गाड़ियों एवं उनमें बैठे लोगों की किसी भी एक्सीडेंट के समय बृहद रूप में रक्षा कवच का काम करते हैं !सरकार द्वारा जारी आदेश पत्र कानूनसम्मत भी नहीं हैं क्योंकि सेफ्टी गार्ड को लेकर अभी तक कोई कानून, नियम अथवा उपनियम नहीं है ! यह सीधे तौर पर व्यापारियों के किसी भी तरह के व्यापार करने के संवैधानिक अधिकार के विरुद्ध है !
मदान ने सरकार से इस आदेश को वापिस लेने की मांग करते हुए कहा है की यदि इस मुद्दे पर सरकार की कोई चिंता है तो वो बातचीत के माध्यम से दूर की जा सकती है और यदि जरूरी हो तो सेफ्टी गार्ड के लिए कोई भी अतिरिक्त नियम भी बनाये जा सकते है !
संगठन का कहना है की सेफ्टी गार्ड्स को न तो मोटर व्हीकल एक्ट, 1988 अथवा सेंट्रल मोटर व्हीकल नियम , 1989 में किसी भी रूप में परिभाषित नहीं किया है वहीँ धारा 52 जिसके अंतर्गत सरकार ने प्रतिबन्ध लगाया है का सेफ्टी गार्ड्स से कोई सम्बन्ध ही नहीं है ! सेफ्टी गार्ड्स एक प्रकार से एक सुरक्षा उपकरण है जो गाड़ियों में उनकीशेप के अनुसार लगाए जाते है और किसी भी एक्सीडेंट की सूरत में गाडी एवं गाडी में बैठे हुए लोगो को सुरक्षा प्रदान करते हैं ! सेफ्टी गार्ड्स अनेक प्रकार के सुरक्षित रॉ मटेरियल जैसे एबीएस, फाइबर, पोलीयुराथिन, स्टेनलेस स्टील, एल्युमीनियम अदि के द्वारा निर्मित होते हैं जबकि गाडी निर्माताओं द्वारा प्लास्टिक का बम्पर लगायाजाता है जो वास्तव में सुरक्षा के लिए खतरा है !
इस व्यापार में देश भर में प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से 20 लाख लोग अपनी रोजी रोटी कमा रहे हैं जिनमें खास तौर पर निर्माता, रॉ मटेरियल सप्लायर.पैकर, फिटर, मैकेनिक, ट्रांसपोर्टर, आदि शामिल हैं ! यदि इस पर प्रतिबन्ध जारी रखा जाता है तो इन लोगों के सामने रोजगार का एक बड़ा संकट खड़ा हो जायेगा !