प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती

बोकारो : प्रतिभा किसी परिचय का मोहताज नहीं होती। विषम परिस्थितियों में भी प्रतिभाशाली बच्चे निखर कर सामने आ ही जाते हैं। इसी विषमताओं से भरे वातावरण टुंडी, धनबाद में पले बढ़े रोशन मिश्रा ने साबित कर दिखाया है कि लक्ष्य के प्रति समर्पण हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है।

यह इनके निष्ठा और मेहनत का ही परिणाम है कि उत्तराखंड की प्रतिष्ठित नॉन गवर्नमेंट ऑर्गेनाइजेशंस ऑफ देवभूमि कला केंद्र द्वारा तीन दिवसीय कला प्रदर्शन का आयोजन किया गया है, जिसमें रोशन मिश्रा की पेंटिंग का चयन किया गया है इसमें कुल 15 कलाकारों की पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई है। दर्शकों के द्वारा प्रशंसनीय प्रतिक्रिया के कारण नैनीताल में देवभूमि कला केंद्र द्वारा चल रही तीन दिवसीय कला प्रदर्शनी 25 मई से 27 मई तक को बढ़ाकर 30 मई तक कर दी गई है।

प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर उत्तराखंड नैनीताल में रोशन मिश्रा का चयन किया जाना हर्ष का विषय है इसी के साथ ही इन्हें नेशनल कला कैंप मसूरी और नेशनल कला प्रदर्शनी ऋषिकेश से भी आमंत्रण मिला है।
बचपन से ही कला के प्रति उनका रुझान है कम उम्र में ही सुंदर कलाकृति का निर्माण करके लोगों को आश्चर्यचकित करते रहे हैंl इन्हें सर्वप्रथम प्रेरणा अपने पिता गजाधर मिश्रा से मिलीl मां भी हमेशा बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित करते रहती थीं। निरंतर प्रयास ही इनका मूल मंत्र है।

समकालीन कला के क्षेत्र में ये मिक्स मीडिया द्वारा अपनी पेंटिंग को एक नया आयाम दे रहे हैं। इनकी पेंटिंग में चटक रंग का और टेक्चर का अनूठा समावेश है जो लोगों को अपनी और आकर्षित करती है। क्योंकि यह झारखंड से संबंध रखते हैं इसलिए इनके पेंटिंग में झारखंड की लोक कला की भी झलक देखने को मिलती है । अपने विचारों को एब्स्ट्रेक्ट फॉर्म और रियलिस्टिक फॉर्म को मिश्रित कर पेंटिंग में दर्शाते हैं। इनकी पेंटिंग में दिया गया हर एक बिंदु भी जीवंत प्रतीत होता है।

इनकी कला कभी साधनों तक सीमित नहीं रही है। रोशन मिश्रा हमेशा कला में एक नयापन की खोज करते रहते हैं यही कारण है कि इनकी पेंटिंग लोगों के द्वारा काफी सराही जाती है। हमेशा वह शिक्षा के लिए दूर दूर जाते रहे हैं। विद्यालय के दिनों से ही उन्हें कई पुरस्कार प्राप्त होते रहे हैं। विद्यालय के बाद उन्होंने महाविद्यालय से कला में स्नातक और स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने डीएवी पब्लिक स्कूल बोकारो में भी कला शिक्षक के रूप में कार्य किया।

अभी वह मिनिस्ट्री ऑफ कल्चर के द्वारा मिला हुआ स्कॉलरशिप अवार्ड से भुवनेश्वर में रिसर्च कर रहे हैं और दिल्ली पब्लिक स्कूल में कला शिक्षक के रूप में कार्यरत है।

नई दिल्ली में आयोजित ऑल इंडिया आर्ट एंड क्राफ्ट सोसायटी प्रदर्शनी में अपनी कला का प्रदर्शन किया साथ ही साथ देश के कई शहरों में जैसे मुंबई, कोलकाता, शिमला, भुवनेश्वर, पटना, गुवाहाटी रांची, धनबाद, बोकारो इत्यादि में अपना कला का प्रदर्शन कर लोगों का दिल जीता है। उन्होंने कई राष्ट्रीय कला कैम्प में भी भारत के दिग्गज कलाकारों के साथ काम किया। उन्हें कई संस्थाओं द्वारा भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हाल ही में ललित कला अकैडमी न्यू दिल्ली द्वारा आयोजित कला प्रदर्शनी कलिंगा आर्ट गैलरी भुवनेश्वर में इनकी पेंटिंग प्रदर्शित की गई जहां इनकी पेंटिंग की काफी सराहना हुई।

रोशन मिश्रा को ललित कला अकैडमी, न्यू दिल्ली मिनिस्टरी आफ कल्चर द्वारा नेशनल रिसर्च स्कॉलरशिप अवार्ड प्रदान किया गया है। देश में भारत सरकार द्वारा भारत के चुनिंदा युवा कलाकारों में उनका चयन किया गया। यह धनबाद, बोकारो झारखंड के लिए गर्व की बात है।

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