वॉशिंगटन/नई दिल्ली : अमेरिका में आधी रात (वॉशिंगटन समय 12:01 AM, भारत में सुबह 10:31 बजे) से फेडरल सरकार का शटडाउन (Shutdown) शुरू हो गया। यह पिछले 6 सालों में पहली बार हुआ है जब सरकार आधिकारिक तौर पर बंद हुई।
व्हाइट हाउस ने पहले ही सभी एजेंसियों को आदेश दे दिया था कि वे शटडाउन की तैयारी करें। इसके तुरंत असर दिखने लगे हैं – सरकारी दफ्तर, नेशनल पार्क, रिसर्च सेंटर और गैर-जरूरी सेवाएं बंद हो गईं।
7.5 लाख कर्मचारी घर भेजे गए
करीब 7.5 लाख फेडरल कर्मचारी बिना वेतन घर भेज दिए गए हैं। वहीं सेना, बॉर्डर सिक्योरिटी, पुलिस और इमरजेंसी सेवाओं को काम तो करना होगा, लेकिन उन्हें भी फिलहाल सैलरी नहीं मिलेगी।
हवाई यात्रियों के लिए भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं, क्योंकि एयर ट्रैफिक कंट्रोलर और TSA स्टाफ काम तो करेंगे लेकिन बिना वेतन। इससे फ्लाइट डिले की आशंका है।
The US government has partially shut down after the Senate failed to agree on extending funding for federal services pic.twitter.com/j4xHmzj5JD
— TRT World (@trtworld) October 1, 2025
ट्रंप का अलर्ट – नौकरी कट सकती है
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पहले ही संकेत दे दिए थे कि शटडाउन “संभव है” और उन्होंने चेतावनी दी थी कि बड़ी संख्या में कर्मचारियों की नौकरी स्थायी तौर पर जा सकती है।
ऑफिस ऑफ मैनेजमेंट एंड बजट (OMB) ने एजेंसियों को “reduction-in-force” यानी स्टाफ कटौती योजना बनाने का निर्देश दिया है।
🚨BREAKING: President Trump on the looming Government shutdown.
“This is all caused by the Democrats; they asked us to do something that’s totally unreasonable. They never change; they want to give money away to people who entered our country illegally.” pic.twitter.com/U3IpIHo4nY
— The Patriot Oasis™ (@ThePatriotOasis) September 25, 2025
क्यों हुआ शटडाउन?
यह संकट सीनेट में वोटिंग के बाद सामने आया।
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बिल को पास करने के लिए 60 वोट चाहिए थे, लेकिन रिपब्लिकन सिर्फ 55 वोट ही जुटा पाए।
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डेमोक्रेट्स चाहते थे कि स्वास्थ्य बीमा (Affordable Care Act) की सब्सिडी जारी रखी जाए और मेडिकेड में कटौती न हो।
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रिपब्लिकन चाहते थे कि स्वास्थ्य नीतियों पर बहस बजट से अलग हो।
अर्थव्यवस्था पर असर
2018–19 के पिछले शटडाउन ने अमेरिका को करीब 3 अरब डॉलर का नुकसान पहुंचाया था। एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस बार भी अगर गतिरोध लंबा खिंच गया तो:
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छोटे बिज़नेस लोन और सरकारी कॉन्ट्रैक्ट अटक जाएंगे,
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ट्रैवल और टूरिज्म इंडस्ट्री को हफ्ते का 1 अरब डॉलर नुकसान हो सकता है,
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आम लोगों का भरोसा और खर्च करने की क्षमता घट सकती है।
जनता किसे दोष देती है?
नवीनतम सर्वे बताते हैं कि 45% अमेरिकी रिपब्लिकन को जिम्मेदार मानते हैं, जबकि 32% डेमोक्रेट्स को। बाक़ी जनता दोनों पार्टियों को बराबर दोष देती है।
US Shutdown के बारे में 5 जरूरी बातें
1️⃣ क्यों हुआ शटडाउन? – सीनेट में 60 वोट की ज़रूरत थी, लेकिन बिल 55–45 से गिर गया।
2️⃣ कितने कर्मचारी प्रभावित? – करीब 7.5 लाख फेडरल कर्मचारी बिन वेतन घर बैठे हैं।
3️⃣ क्या-क्या बंद रहेगा? – सरकारी दफ्तर, रिसर्च सेंटर, नेशनल पार्क, और आर्थिक रिपोर्टें (GDP, बेरोज़गारी) बंद।
4️⃣ अर्थव्यवस्था पर असर – हर हफ्ते करीब 1 अरब डॉलर का नुकसान टूरिज्म और ट्रैवल सेक्टर को।
5️⃣ दोष किसका? – सर्वे में 45% जनता रिपब्लिकन को जिम्मेदार मान रही है, 32% डेमोक्रेट्स को।
अगर दोनों पार्टियों ने जल्दी समझौता नहीं किया तो अमेरिका को न सिर्फ आर्थिक झटका लगेगा, बल्कि उसकी वैश्विक छवि भी सवालों में घिर जाएगी।
US Shutdown 2025: FAQ
Q1. शटडाउन कितने दिन चलेगा?
यह कहना मुश्किल है। यह इस पर निर्भर करेगा कि डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन कितनी जल्दी समझौते पर पहुँचते हैं। पिछली बार (2018–19) शटडाउन 35 दिन तक चला था।
Q2. क्या सेना और पुलिस को वेतन मिलेगा?
वे काम तो करते रहेंगे, लेकिन अभी वेतन नहीं मिलेगा। जब शटडाउन खत्म होगा, तब पिछला वेतन एकमुश्त दिया जाएगा।
Q3. सरकारी दफ्तरों का क्या होगा?
ज़्यादातर गैर-जरूरी सेवाएं बंद हो गई हैं — जैसे राष्ट्रीय उद्यान, वैज्ञानिक शोध केंद्र और सामान्य सरकारी कार्यालय।
Q4. यात्रियों पर क्या असर पड़ेगा?
एयर ट्रैफिक कंट्रोल और TSA स्टाफ बिना वेतन काम करेंगे। नतीजा: फ्लाइट डिले और ट्रैवल दिक्कतें बढ़ सकती हैं।
Q5. अर्थव्यवस्था पर कितना असर होगा?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि टूरिज्म और ट्रैवल इंडस्ट्री को हर हफ्ते करीब 1 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है। पिछला शटडाउन 3 अरब डॉलर का स्थायी नुकसान छोड़ गया था।

