वॉशिंगटन/इस्लामाबाद: अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने भारत की “आतंकी समर्थन” संबंधी आपत्ति को दरकिनार करते हुए पाकिस्तान को 1 अरब डॉलर की आर्थिक सहायता को मंजूरी दे दी है। यह मदद IMF के 7 अरब डॉलर के विस्तारित कोष कार्यक्रम (EFF) और जलवायु लचीलापन फंड के तहत जारी की गई है।
IMF ने अपने बयान में कहा, “पाकिस्तान के नीतिगत प्रयासों से अर्थव्यवस्था में स्थिरता आई है और वैश्विक चुनौतियों के बीच निवेशकों का भरोसा बहाल हुआ है।” इस फैसले के साथ, पाकिस्तान को अब तक इस पैकेज के तहत कुल 2.1 अरब डॉलर की राशि मिल चुकी है।
भारत ने इस फैसले का विरोध करते हुए IMF बोर्ड में आपत्ति दर्ज कराई थी, यह कहते हुए कि पाकिस्तान इस मदद का दुरुपयोग कर सकता है, खासकर जब वह सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमले कर रहा है। भारत ने बोर्ड बैठक में वोटिंग से दूरी बनाए रखी।
उधर, तीसरी रात लगातार पाकिस्तान ने भारतीय शहरों और सैन्य ठिकानों पर हथियारबंद ड्रोन और मिसाइलों से हमले किए हैं, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने IMF से मिली मदद को लेकर बयान जारी कर कहा कि यह “भारत की रणनीतिक विफलता” है और IMF ने पाकिस्तान की आर्थिक मजबूती पर भरोसा जताया है।
इससे पहले 25 मार्च को IMF और पाकिस्तान के बीच स्टाफ-लेवल समझौता हुआ था, जिसमें कार्बन टैक्स, बिजली दरों में संशोधन, पानी की कीमतों में बढ़ोतरी, और ऑटोमोबाइल सेक्टर में उदारीकरण जैसे बड़े आर्थिक सुधारों पर सहमति बनी थी।
कार्यक्रम के तहत पाकिस्तान को कुल सात समान किश्तों में 7 अरब डॉलर दिए जाएंगे, बशर्ते वह हर छमाही समीक्षा पास करता रहे।
IMF की यह सहायता ऐसे वक्त में आई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य और कूटनीतिक मोर्चों पर तनाव अपने उच्चतम स्तर पर है।
इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को पाकिस्तान को एक अरब डॉलर की मदद देने पर IMF की आलोचना की। उन्होंने कहा कि IMF असल में पाकिस्तान को उस गोला-बारूद का भुगतान कर रहा है, जिससे उसने केंद्र शासित प्रदेश की सीमावर्ती इलाकों में तबाही मचाई है।
I’m not sure how the “International Community” thinks the current tension in the subcontinent will be de-escalated when the IMF essentially reimburses Pakistan for all the ordnance it is using to devastate Poonch, Rajouri, Uri, Tangdhar & so many other places.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 10, 2025