न्यूयॉर्क/वॉशिंगटन : ईरान के तीन परमाणु ठिकानों पर अमेरिका द्वारा की गई बड़ी एयर स्ट्राइक के बाद न्यूयॉर्क और वॉशिंगटन डीसी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। अमेरिका और ईरान के बीच बढ़ते तनाव के चलते इन शहरों में हाई अलर्ट जारी किया गया है।
न्यूयॉर्क पुलिस विभाग (NYPD) ने कहा कि धार्मिक, सांस्कृतिक और कूटनीतिक स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षाबल तैनात किए गए हैं। पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “हम ईरान में हो रही घटनाओं पर नजर रख रहे हैं। एहतियात के तौर पर हम न्यूयॉर्क शहर में कई अहम जगहों पर सुरक्षा बढ़ा रहे हैं और संघीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं।”
वहीं, वॉशिंगटन डीसी की मेट्रोपॉलिटन पुलिस ने भी यही कहा कि वे स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल वॉशिंगटन डीसी में किसी तरह का कोई सीधा खतरा नहीं है, लेकिन धार्मिक संस्थानों पर अतिरिक्त सुरक्षा तैनात की गई है। आम लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी देने की अपील की गई है।
ट्रंप ने ईरान पर हमले की पुष्टि की
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक आधिकारिक संबोधन में बताया कि अमेरिकी सेना ने ईरान के तीन प्रमुख परमाणु ठिकानों — फोर्दो, नतांज और इस्फहान — पर “सटीक और सफल” हमले किए हैं।
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 22, 2025
ट्रंप ने कहा, “इन ठिकानों को पूरी तरह से तबाह कर दिया गया है। ईरान अब शांति चुने या और बड़ी तबाही झेले। ये हमला अमेरिका और इज़राइल की संयुक्त कार्रवाई थी। मैं इज़राइली प्रधानमंत्री नेतन्याहू और सेना का धन्यवाद करता हूं।”
ईरान ने इज़राइल पर दागीं मिसाइलें
हमले के कुछ ही घंटों बाद ईरान ने जवाबी कार्रवाई करते हुए इज़राइल पर दर्जनों मिसाइलें दागीं। ईरान की सेना IRGC ने बताया कि इस बार ‘खैबर-शेकन’ नाम की नई मल्टी-वारहेड बैलिस्टिक मिसाइल का इस्तेमाल किया गया। इस मिसाइल ने इज़राइल के बेन गुरियन एयरपोर्ट और एक जैविक रिसर्च सेंटर को निशाना बनाया।
ईरान ने साफ कहा है कि वह हर मोर्चे पर जवाब देने को तैयार है और सभी विकल्प खुले हैं।
खतरे में अमेरिका के सैन्य ठिकाने
इस टकराव के बीच अमेरिका के कई सैन्य ठिकानों पर हमले का खतरा मंडरा रहा है। ईरान की संभावित प्रतिक्रिया को देखते हुए वेस्ट एशिया (मध्य पूर्व) में अमेरिका के ये सैन्य बेस हाई अलर्ट पर हैं:
अल उदेद एयरबेस (कतर) – अमेरिका का सबसे बड़ा सैन्य अड्डा
पांचवां नौसेना बेड़ा मुख्यालय (बहरीन) – पर्शियन गल्फ में अहम ठिकाना
अल असद एयरबेस (इराक) – पहले भी ईरान का निशाना बन चुका है
हरीर एयरबेस (इरबिल, इराक) – ईरानी समर्थित गुटों के ड्रोन हमलों से खतरा
अल तनफ गैरीसन (सीरिया) – जनवरी 2024 में यहां हमले में 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे
अली अल-सलेम एयरबेस (कुवैत) – इराक सीमा के पास स्थित
अल धाफरा एयरबेस (UAE) – यहां अमेरिका के F-22 फाइटर जेट और ड्रोन तैनात हैं
पूरे मध्य पूर्व में तनाव अपने चरम पर है। दुनिया भर की नजरें अब अमेरिका, ईरान और इज़राइल की अगली चाल पर टिकी हैं।