साईस ऑलम्पियाड फाउंडेसन (एस. ओ. एफ.) के सफल छात्र-छात्राओं को चिन्मय विद्यालय ने किया सम्मानित । इस अवसर पर क्षेत्रिय (जोनल) स्तर पर पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी छात्रों को मेडल, पुस्तक, प्रशस्ति पत्र एवं धन राशि भेंट कि गई। इस बार चिन्मय के छात्रों ने अपने प्रदर्शन से एन. एस. ओ, एन. सी. ओ, आई. एम. ओ, आई. ई. ओ, में अपनी अलग पहचान बनाई। इस अवसर पर विद्यालय प्रबंधन द्वारा सभी सफल बच्चों को विशेष रुप से सम्मानित किया गया।
द्वितीय चरण की क्षेत्रीय स्तर की प्रतियोगिता को देश की प्रतिष्ठत एस. ओ. एफ द्वारा आयोजित करती है। देश भर के विभिन्न क्षेत्रों के छात्र इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेते है। इस बार चिन्मय के सौमय कृति एवं राज आर्यन ने आई. एम. ओ, में द्वितीय, प्रियांशु कुमार ने एन. सी. ओ, में द्वितीय एवं अभिजय सहाय ने तृतीय स्थान हासिल किया। साथ ही एन. एस. ओ., में प्रांजल प्रसून एवं उज्जवल ने द्वितीय एवं विनय भट्टाचार्या, अन्य सागर एवं रिद्धिमा पांडे ने तृतीय स्थान हासिल कर विद्यालय एवं सूबे का मान बढ़ाया है। इस सभी को एस. ओ. एफ की तरफ से रजत पदक, प्रशस्ति पत्र एवं धन राशि दी गई। चिन्मय मिशन की आचार्या, स्वामिनी संयुक्तानंद सरस्वती, सचिव महेश त्रिपाठी ने बच्चों को सम्मानित किया। बच्चों को संबोधित करते हुए स्वामिनी संयुक्तानंद ने कहा की हर क्षेत्र में विकाश जरुरी है जिसके लिए विद्यालय बच्चों की हर संभव मदद कर रहा है। इन सभी प्रयासों का फल आज इन बच्चों की उपलब्धियों के रुप में दिख रहा है। सचिव महेश त्रिपाठी, प्राचार्य डॉ. अशोक सिंह एवं उप-प्राचार्य ए के झा ने सभी शिक्षकों समेत सभी विजेताओं को बधाई दी और कहा की ये सफल छात्र काफी प्रतिभावान व ऊर्जावान हैं। भविष्य में सभी अपनी सफलता का परचम लहरायेगें।
सभी चयनित विद्यार्थियों – सौम्या साकेत, राज आर्यन, रितेश महतो, शिवम अग्रवाल, सौम्या, असी अशोक, अभीजय सहाय, प्रियांशु कुमार, आयुष कुमार, प्रतीक दुर्गा पल, हिमांशु बेहल, सात्विक कौशिक, आशीष गुप्ता, श्रेयांम, रिद्धिमा पांड, प्राजंल प्रसुन्न, विनय भट्टाचार्य, अनय सागर, रिद्धिमा पांडे, शुभम, वरुण आनंद व तनय ईशान को जोनल एक्सलेंसी का प्रशस्ति पत्र मिला। इस परिक्षा को सफल संचालन में वरिय शिक्षक गोपाल चंद मुंशी ने अपना अहम योगदान दिया, जिनमें कृष्णपद गोरांई, श्रीमननरायायण पंडित, संजीव मिश्रा, परिणीता अम्बाष्ठा, नेहा सिन्हा, आरती प्रियदर्शनी की अहम भुमिका रही।