डीपीएस चास मंे विद्यालय का पहला स्थापना दिवस बड़े धूम-धाम से आयोजित किया गया। सीबीएसई के पूर्व चेयरमैन अषोक गांगुली इस अवसर पर बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे।
छात्रों, शिक्षकों एवं जनसमुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने ‘थ्री एच‘ अर्थात् हेड, हर्ट एवं हैन्ड के समग्र विकास के महत्व पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि – ‘कल की चुनौतियों एवं अपार संभावनाओं हेतु आगे बढ़ने के लिए बच्चों को तैयार करना ही विद्यालय का मुख्य कार्य है।‘ इसके साथ ही साथ उन्होंने इस अवसर पर डाॅ0 हेमलता एस0 मोहन द्वारा रचित डीपीएस, चास के विद्यालय गीत – ‘ये हमारा डी0पी0एस0 चास‘ का उदघाटन भी किया गया। उन्होंने विद्यालय की ओर से किए गये कार्यो की सराहना की।
पद्मश्री सिमाॅन उराँव ने उपस्थित बच्चों एवं जनसमुह को सम्बोधित करते हुए बड़े ही सरल शब्दों में सफलता के रहस्य को बताते हुए कहा कि ‘जे सहेला से लहेला‘, जे ना सहेला से बहेला‘ अर्थात सहनषीलता को ही सफलता का रहस्य बताया। कार्यक्रम मे पिछले साल के प्रतिभाषाली विद्यार्थियों के बीच प्रमाण -पत्रों का वितरण किया गया। अंत में विद्यालय के प्रधानाध्यापिका श्रीमती रश्मि सिन्हा द्वारा धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम के समाप्ति की घोषणा की गई।
इस अवसर पर डाॅ हेमलता एस मोहन (निदेषक सह प्रधानाचार्य, डीपीएस, बोकारो), डी के पाण्डेय (प्रधानााचार्य, एन सी जिंदल पब्लिक स्कुल), बीरेन्द्र जायसवाल (प्रसिद्ध षिक्षाविद्), एन मुरलीधरन (प्रो. वाइस चेयरमेन, डीपीएस, चास) एवं एस के अग्रवाल (सदस्य, प्रबंध समिति, डीपीएस, चास) सहित अन्य लोग उपस्थित थे।