एक भारतीय जिसने अमेरिका को B-2 स्टील्थ बॉम्बर दिया, और चीन को तकनीक…! जिसने दो महाशक्तियों की सैन्य शक्ति को बदल दिया

भारत से जुड़ा रहस्यमय नाम जो बना अमेरिका के B-2 स्टील्थ बॉम्बर का जनक — और फिर बना जासूसी कांड का चेहरा

आशीष सिन्हा

अमेरिका के सबसे खुफिया और घातक बमवर्षक विमान — B-2 स्टील्थ बॉम्बर — की कहानी में एक अप्रत्याशित लेकिन गहरी भारतीय कड़ी जुड़ी है। उसका नाम है नोशीर गोवाडिया, मुंबई में जन्मे एक प्रतिभाशाली इंजीनियर, जिनकी ज़िंदगी विज्ञान की ऊंचाइयों से होकर देशद्रोह के अंधेरे में डूब गई।

मुंबई से अमेरिका तक: एक जीनियस की उड़ान

1944 में बॉम्बे (अब मुंबई) में जन्मे नोशीर गोवाडिया पारसी समुदाय से आते थे। कहा जाता है कि वे बेहद बुद्धिमान थे और महज 15 साल की उम्र में पीएचडी हासिल कर ली थी — हालांकि इस दावे पर संदेह भी जताया गया है।

वे 19 साल की उम्र में अमेरिका चले गए और 1969 में अमेरिकी नागरिक बन गए। इसके एक साल बाद उन्होंने नॉर्थ्रॉप कॉर्पोरेशन (अब Northrop Grumman) जॉइन किया — वही कंपनी जिसे अमेरिका ने स्टील्थ तकनीक विकसित करने की जिम्मेदारी दी थी।

अमेरिका के युद्ध और स्टील्थ तकनीक की ज़रूरत

वियतनाम और यॉम किप्पुर युद्ध में अमेरिकी विमानों की बड़ी क्षति के बाद, अमेरिका को एक ऐसे बमवर्षक की जरूरत थी जो दुश्मन के रडार से बच सके। यहीं गोवाडिया की भूमिका अहम साबित हुई।

उन्होंने B-2 स्टील्थ बॉम्बर के इंजन और एग्जॉस्ट सिस्टम को डिजाइन किया, जिससे उसका थर्मल सिग्नेचर यानी इंफ्रारेड निशान अदृश्य हो गया। इसका मतलब: रडार या हीट डिटेक्टर से भी बमवर्षक नहीं पकड़ा जा सकता था।

यह बमवर्षक एक बार ईंधन भरने के बाद 10,000 नॉटिकल मील उड़ान भर सकता था और 40,000 पाउंड विस्फोटक गिरा सकता था।

पतन की शुरुआत: पैसा, चीन और विश्वासघात

1986 में एक दुर्लभ रक्त विकार के कारण नोशीर को Northrop से निकाल दिया गया। इसके बाद उन्होंने हवाई में एक आलीशान बंगला खरीदा, जिसकी भारी क़िस्तें उन्हें तंग करने लगीं।

2003 में उन्होंने एक गुप्त सौदा चीन से किया, जिसमें उन्होंने चीन को स्टील्थ क्रूज़ मिसाइल डिज़ाइन करने में मदद दी। उनका काम था ऐसा एग्जॉस्ट नॉज़ल बनाना जो B-2 की तरह इंफ्रारेड और रडार से बच सके।

इसके बदले उन्हें करीब $1.1 लाख डॉलर मिले, जिसका इस्तेमाल उन्होंने कर्ज चुकाने में किया। लेकिन यह रकम अमेरिकी कर विभाग की नजर में आ गई।

गिरफ्तारी और सज़ा

2005 में FBI ने हवाई स्थित उनके घर पर छापा मारा और करीब 500 पाउंड गोपनीय दस्तावेज, कंप्यूटर, ईमेल्स और ब्लूप्रिंट्स बरामद किए।

2010 में लगभग चार महीने चले मुकदमे के बाद उन्हें 32 साल की सजा सुनाई गई। आज भी वे अमेरिकी जेल में बंद हैं।

भारत से निकले एक मस्तिष्क ने बदला दो देशों की सैन्य शक्ति

नोशीर गोवाडिया की कहानी एक दोधारी तलवार की तरह है — एक तरफ वे अमेरिका की सबसे क्रांतिकारी सैन्य तकनीक के निर्माता रहे, तो दूसरी तरफ उसी तकनीक को दुश्मन देश को सौंपने वाले गद्दार भी। उनकी कहानी भारत, अमेरिका और चीन — तीनों के लिए एक सीख है: प्रतिभा अगर नैतिकता से ना जुड़ी हो, तो वह इतिहास के सबसे बड़े ख़तरों में बदल सकती है।

Sources: 

  1. U.S. Department of Justice Press Release
    Title: Engineer Sentenced to 32 Years in Prison for Communicating Classified Information to China
    Date: January 24, 2011
    Link: justice.gov
    Details Gowadia’s conviction, espionage charges, and sentence.

  2. FBI Official Records
    Case: Noshir Gowadia Espionage Investigation
    Includes investigation timeline, charges, and seized evidence.

  3. Los Angeles Times
    Title: Engineer Guilty in Espionage Case
    Date: August 10, 2010
    Reports on trial proceedings, key testimony, and Gowadia’s defense.
    latimes.com

  4. The New York Times
    Title: A Spy’s Trail to China
    Background on Gowadia’s role at Northrop, financial troubles, and international contacts.

  5. BBC News
    Title: US engineer jailed for spying for China
    Date: January 25, 2011
    bbc.com
    Summarizes Gowadia’s sentencing and the implications on US national security.

  6. Air Force Magazine
    Title: The B-2 Spirit Stealth Bomber: History and Capabilities
    Explains B-2’s development, stealth features, and propulsion design — attributed in part to Gowadia.

  7. Wired Magazine (Archive)
    Title: Inside the Mind of America’s Most Dangerous Spy
    In-depth piece on Gowadia’s personality, motives, and the spy operation.

  8. Court Transcripts and Sentencing Memos
    US District Court, District of Hawaii
    Detailed evidence list, witness statements, sentencing guidelines, and classified document handling.

  9. Books:

    • “Spycraft: The Secret History of the CIA’s Spytechs” – Robert Wallace & H. Keith Melton
      (Mentions the technological theft and vulnerabilities related to B-2 design.)

    • “Dark Mirror: Edward Snowden and the American Surveillance State” – Barton Gellman
      (Draws parallels to other national security leaks.)

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