बोकारो। शहर के विद्यालयों में अग्नि-सुरक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित कराने की अपनी खास मुहिम के तहत केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) की ओर से विभिन्न स्कूलों में इन दिनों प्रशिक्षण का दौर जारी है। इसी कड़ी में नगर के सेक्टर-4 स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल (डीपीएस) बोकारो में विद्यार्थियों एवं विद्यालय कर्मियों के लिए एक विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। सीआईएसएफ की बीएसएल (बोकारो स्टील लिमिटेड) यूनिट की ओर से आयोजित इस दो-दिवसीय प्रशिक्षण का समापन बुधवार को हुआ।
इस दौरान आग से बचाव के तमाम एहतियातन उपायों और इसके तरीकों की विस्तार से जानकारी दी गई। पहले दिन यूनिट के उप समादेष्टा एवं अग्नि प्रभारी मनोज चौहान ने विद्यालय के कर्मियों के लिए आयोजित सत्र को संबोधित किया। उन्होंने आग लगने के कारणों, आग के प्रकार तथा उसकी प्रकृति के अनुसार आपात स्थिति में आग बुझाने व बचाव की विस्तृत जानकारी दी।
चौहान ने अगलगी से बचाव के लिए बिजली कनेक्शन में शॉर्ट सर्किट का ध्यान देने, एलपीजी सिलेंडर एवं उसकी पाइप के समुचित रख-रखाव, इलेक्ट्रिक वाहनों एवं अन्य वस्तुओं की सही तरीके से चार्जिंग, आग लगने पर धुआं के प्रबंधन, कार्बन मोनोऑक्साइड या कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनने की स्थिति में बचाव के उपाय आदि पहलुओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि अग्निशमन उपकरणों के सही उपयोग की जानकारी भी काफी जरूरी है, अन्यथा इससे व्यक्ति घायल भी हो सकता है। उन्होंने फायर कॉल सिस्टम के बारे में चर्चा करते हुए इसमें अग्निशमन दस्ते को लोकेशन की सटीक जानकारी देना आवश्यक बताया।
वहीं, दूसरे दिन फायर इंस्पेक्टर पीके मिश्रा ने बच्चों को अग्निशमन के प्राथमिक उपायों एवं आग लगने की स्थिति में बच निकलने के बारे में प्रशिक्षित किया। उन्हें अग्नि-सुरक्षा से संबंधित सैद्धांतिक एवं व्यावहारिक जानकारी दी। उन्होंने आग के चार प्रकार- ए, बी, सी, डी तथा प्रत्येक के लिए बनाए गए विशेष अग्निशामक के उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि जान-माल की सुरक्षा के लिए यह आवश्यक है कि आग न लगे, इसका पूरा ख्याल रखा जाय। किसी कारणवश अगर लग भी जाती है तो उससे तुरंत कैसे निपटा जाय, इसकी जानकारी सभी को होनी चाहिए। इस दौरान विद्यालय की एक कक्षा में छद्म अगलगी और बच्चों को इससे बचाने से संबंधित मॉकड्रिल भी की गई। बच्चों ने भी पूरे उत्साह के साथ इस प्रशिक्षण में भाग लिया।
विद्यालय के प्राचार्य डॉ. एएस गंगवार ने अगलगी की घटनाओं को बहुत बड़ी समस्या बताते इससे सुरक्षा के प्रति बड़ों के साथ-साथ बच्चों में भी जागरुकता को अनिवार्य बताया। इस दिशा में ऐसे प्रशिक्षण को महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने सीआईएसएफ की बीएसएल यूनिट के प्रति आभार व्यक्त किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम की सफलता में सीआईएसएफ फायर यूनिट के सब-इंस्पेक्टर एसएस सिंह, एएसआई पलाश दत्ता, हेड कांस्टेबल एए खान, डीके सिंह एवं कांस्टेबल गुरप्रीत सिंह की भी महत्वपूर्ण भूमिका रही।
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