भारत की मिसाइल क्रांति: रुद्रम-4 से चीन-पाकिस्तान की रक्षा ढेर होगी

भारत का नया हाइपरसोनिक मिसाइल दुश्मनों पर बनेगा कहर, DRDO प्रमुख का बड़ा खुलासा

नई दिल्ली:  भारत अब रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर तेज़ी से बढ़ रहा है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद, अब भारत के पास एक और बड़ी उपलब्धि है—DRDO ने देश का अगला घातक मिसाइल रुद्रम-4 विकसित करना शुरू कर दिया है। इस मिसाइल की रफ्तार Mach 5 (यानी लगभग 6,790 किमी/घंटा) से भी ज्यादा होगी, जो इसे दुश्मन की किसी भी रक्षा प्रणाली के लिए लगभग अपरिहार्य बना देगी।

DRDO प्रमुख डॉ. समीर वी. कामत ने एक इंटरव्यू में बताया कि रुद्रम-4 एक लॉन्ग रेंज स्टैंड-ऑफ वेपन होगा जिसकी रेंज 300 किमी से अधिक हो सकती है, और यह रुद्रम-3 के 550 किमी रेंज को भी पार कर सकता है।

दुश्मन के राडार की अब खैर नहीं

रुद्रम-4 मिसाइल को खासतौर पर दुश्मन की एयर डिफेंस सिस्टम, रडार इंस्टॉलेशन और कमांड सेंटर को निशाना बनाने के लिए बनाया जा रहा है। यह इतनी तेज़ होगी कि दुश्मन की कोई भी रक्षा प्रणाली उसे ट्रैक तक नहीं कर पाएगी।

DRDO प्रमुख ने कहा कि इसका हल्का वजन और क्वाज़ी-बैलिस्टिक ट्रेजेक्टरी (यानि कम ऊंचाई पर तीव्र गति से चलने वाला रास्ता) इसे दुश्मन के रडार से बचाते हुए सीधा लक्ष्य तक पहुंचने में मदद करेगा। यह मिसाइल Su-30MKI, मिराज-2000 और संभवतः राफेल जैसे फाइटर जेट्स से दागी जा सकेगी।

रुद्रम-1 जल्द होगा सेना में शामिल

कामत ने यह भी बताया कि भारत का पहला पूरी तरह स्वदेशी एंटी-रेडिएशन मिसाइल रुद्रम-1 अगले दो सालों में भारतीय सशस्त्र बलों में शामिल हो जाएगा। इसके अलावा, रुद्रम-2, रुद्रम-3 और रुद्रम-4 सभी अभी विकास के अलग-अलग चरणों में हैं, और अगले तीन से चार वर्षों में सेना में शामिल होने की उम्मीद है।

रुद्रम मिसाइल सीरीज़: भारत की हवा से ज़मीन तक की मार

  • रुद्रम-1: पहले ही सफल परीक्षण हो चुका है

  • रुद्रम-2 और 3: विकासाधीन

  • रुद्रम-4: हाइपरसोनिक, अत्याधुनिक संस्करण

इन मिसाइलों का मकसद है दुश्मन के रेडार और कम्युनिकेशन सिस्टम को तबाह करना ताकि भारत को हवाई क्षेत्र में बढ़त मिल सके। यह पूरी सीरीज़ भारत की आत्मनिर्भर भारत की रक्षा नीति का अहम हिस्सा है।

तकनीकी खूबियाँ:

  • गति: Mach 5 से अधिक (हाइपरसोनिक)

  • रेंज: 300 किमी से ज्यादा

  • मार्गदर्शन प्रणाली: INS-GPS नेविगेशन, पैसिव होमिंग हेड, एडवांस टर्मिनल सीकर

  • लॉन्च प्लेटफॉर्म: Su-30MKI, Mirage-2000, संभावित रूप से Rafale

  • लक्ष्य: दुश्मन का रडार, संचार केंद्र, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलें (SAM)

भारत की नई रुद्रम-4 मिसाइल सिर्फ एक मिसाइल नहीं, बल्कि एक रणनीतिक हथियार है जो भारत को दुश्मनों से एक कदम आगे रखेगा। हाइपरसोनिक तकनीक से लैस यह मिसाइल भारत को न केवल ताकतवर बनाएगी, बल्कि यह भी साबित करेगी कि देश अब रक्षा क्षेत्र में पूरी तरह आत्मनिर्भर बनने की राह पर है।

(लेखकः – मिथलेश दास, शोधार्थी, हिंदी विभाग, राधा गोविंद विश्वविद्यालय, रामगढ़, झारखंड)

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