बोकारो: भारतीय वन सेवा के वरिष्ठ अधिकारी व साहित्य अकादेमी से पुरस्कृत प्रसिद्ध साहित्यकार कुमार मनीष अरविन्द हिमाचल प्रदेश के शिमला में आयोजित होनेवाले तीन दिवसीय अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव में काव्यपाठ करेंगे। भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय व साहित्य अकादेमी के संयुक्त तत्वावधान में शिमला में आगामी 16 से 18 जून 2022 तक आयोजित होनेवाले अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव में भाग लेने के लिए कुमार मनीष अरविन्द को आमंत्रित किया गया है।
इस कार्यक्रम में मनीष अरविन्द अपनी मैथिली कविताएं व उनके हिंदी-अंग्रेजी अनुवाद का पाठ करेंगे। उल्लेखनीय है कि कुमार मनीष अरविन्द हिन्दी व मैथिली के प्रतिष्ठित साहित्कार हैं। इनकी 15 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं। श्री मनीष अरविन्द को मैथिली काव्य संग्रह ‘जिनगीक ओरियाओन करैत’ के लिए साहित्य अकादेमी पुरस्कार प्राप्त हो चुका है। वर्तमान में रांची में मुख्य वन संरक्षक के पद पर कार्यरत श्री मनीष अरविन्द कुछ वर्ष पूर्व बोकारो में वन प्रमंडल पदाधिकारी (डीएफओ) के रूप में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
बोकारो में अपने कार्यकाल के दौरान वह यहां की चर्चित साहित्यिक संस्था ‘साहित्यलोक’ से सक्रियता के साथ जुड़े थे। यहां प्रायः सभी साहित्यिक गतिविधियों में उनकी सहभागिता रहती थी। अंतरराष्ट्रीय साहित्योत्सव में काव्य पाठ के लिए आमंत्रित किए जाने पर श्री मनीष अरिवन्द को साहित्यलोक से जुड़े साहित्यकारों तुला नंद मिश्र, बुद्धिनाथ झा, गिरिजा नंद झा ‘अर्धनारीश्वर’, विजय शंकर मल्लिक ‘सुधापति’, उदय कुमार झा, हरि मोहन झा, भुटकुन झा, सतीश चंद्र झा, राजीव कंठ, डॉ रणजीत कुमार झा, सुनील मोहन ठाकुर, डॉ संतोष कुमार झा, अरुण पाठक, संजय कुमार झा, मिथिला सांस्कृतिक परिषद्, बोकारो के अध्यक्ष अनिल कुमार, उपाध्यक्ष अनिमेष कुमार झा व राजेन्द्र कुमार, महासचिव अविनाश कुमार झा, रंगकर्मी बटोही कुमार आदि ने हर्ष व्यक्त करते हुए उन्हें बधाई दी है।