# डीपीएस बोकारो के बच्चों ने तिरंगा लहराकर मनाया चंद्रयान- 3 की सफल लैंडिंग का जश्न
बोकारो। बीते 14 जुलाई को इसरो में श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन स्पेस सेंटर से चंद्रयान-3 की लांचिंग का प्रत्यक्ष गवाह बने डीपीएस बोकारो के विद्यार्थियों ने गुरुवार को अपने विद्यालय में विशेष आयोजन किया। विद्यालय की ओर से 66 विद्यार्थियों की टीम इसरो गई थी, जहां उन्होंने चंद्रयान – 3 की लांचिंग सशरीर उपस्थित होकर देखी थी। अब इसकी सफल लैंडिंग को देखना उनके लिए अविस्मरणीय एवं गर्व का विषय रहा। बुधवार शाम उन्होंने जहां दिवाली की तरह इसकी खुशियां मनाईं, वहीं गुरुवार को विद्यालय में तिरंगा लहराकर अंतरिक्ष क्षेत्र में भारत की इस बुलंदी का जश्न मनाया। विद्यालय के अश्वघोष कला क्षेत्र में बच्चों के साथ इसरो गए शिक्षक तथा प्राचार्य डॉ. ए एस गंगवार भी इस उत्सव में शामिल हुए।
चंद्रयान- 3 पर आधारित कलाकृति से सजे मंच पर लैंडर विक्रम के चांद की सतह पर उतरने का वीडियो चलाया गया और बच्चों व शिक्षकों ने तालियों की गड़गड़ाहट के बीच राष्ट्रध्वज तिरंगा लहराया। इस क्रम में ‘इंडिया आन मून, जय हिन्द-जय भारत’ के गगनभेदी जयघोष से पूरा विद्यालय परिसर गूंजता रहा। प्राचार्य ने बच्चों को मिठाई खिलाकर इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी। इस क्रम में बच्चों ने सारे जहां से अच्छा, हिन्दोस्तां हमारा… गीत गाकर भारत की गौरव-गाथा का बखान किया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. गंगवार ने कहा कि चंद्रयान -3 की सफलता भारत की बढ़ती वैज्ञानिक ताकत का जीता-जागता प्रमाण है। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग करने वाला पूरी दुनिया में एकमात्र देश है। इसके लिए इसरो के तमाम वैज्ञानिक आदर, सम्मान व नमन तथा सभी भारतवासी बधाई के पात्र हैं। इस क्रम में चंद्रयान- 3 की लांचिंग के दौरान मौजूद विद्यार्थियों ने भी अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि जिस चंद्रयान- 3 को उन्होंने अपनी आंखों से प्रक्षेपित होते हुए देखा था, उनका चांद पर सफलतापूर्वक उतरना उनके लिए ऐसी खुशी है, जिसे वे शब्दों में बयां नहीं कर सकते। उन्होंने यह गौरवपूर्ण अवसर मुहैया कराने के लिए प्राचार्य डॉ. गंगवार तथा विद्यालय प्रबंधन के प्रति आभार व्यक्त किया। उल्लेखनीय है कि पूरे झारखंड से एकमात्र डीपीएस बोकारो की टीम ही चंद्रयान- 3 की लांचिंग के दौरान मौजूद रही।