# बोकारो में स्वरांगिनी संगीतालय में लता की याद में सजी सुरों की महफिल
![](http://www.jharkhandmirror.net/wp-content/uploads/2022/02/ARun-300x160.jpg)
अरुण पाठक ने लता जी के गाए एकल गीतों ‘छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए…’, ‘नैनों में बदरा छाए…’, रुक जा रात ठहर जा रे चंदा…’ व गायिका कमलेश्वरी के साथ युगल गीत ‘छुप गये सारे नज़ारे ओय क्या बात हो गई…’, बसंत कर्मकार व भूमि ने ‘हम तो तेरे आशिक हैं…’, ‘किसी राह में किसी मोड़ पर…’ व अन्य गीत, कमलेश्वरी ने ‘ये समां समां है ये प्यार का…’, ‘जिंदगी प्यार का गीत है…’ की सुमधुर प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
रमण कुमार ने ‘याद में तेरी जाग जाग के हम…’, ‘आजकल में ढल गया …’ व ‘यूं ही तुम मुझसे बात करती हो…’, मनोज कुमार ने ‘तुझसे नाराज नहीं जिंदगी…’, रागिनी सिन्हा ने ‘ऐ दिले नादां…’, ‘छुप गया कोई रे…’ व ‘चांद फिर निकला मगर तुम ना आए…’ सुनाकर लता जी को श्रद्धांजलि दी।