छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए ये मुनासिब नहीं आदमी के लिए…

# बोकारो में स्वरांगिनी संगीतालय में लता की याद में सजी सुरों की महफिल
बोकारो : सेक्टर 12 स्थित स्वरांगिनी संगीतालय में शुक्रवार की देर शाम स्वर सम्राज्ञी लता मंगेशकर की याद में संगीत संध्या का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम की शुरुआत बोकारो के सुप्रसिद्ध गायक अरुण पाठक, कार्यक्रम संयोजक रमण कुमार, बसंत कर्मकार उर्फ बासु, मनोज कुमार, संस्कार भारती बोकारो जिला इकाई के मंत्री स्वरुप शेखर पांडेय, गायिका कमलेश्वरी, रागिनी सिन्हा अंबष्ट व भूमि द्वारा लता जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं पुष्पार्चन से हुई। अरुण पाठक ने कहा कि लता मंगेशकर जी भारत की शान थीं। उनकी आवाज़ व गायकी का कोई जोड़ नहीं है। रमण कुमार ने कहा कि लता जी की आवाज़ बेमिसाल है।  स्वरुप शेखर पांडेय ने कहा कि लता जी के गाए गीतों की लोकप्रियता सदैव बनी रहेगी।
अरुण पाठक ने लता जी के गाए एकल गीतों ‘छोड़ दे सारी दुनिया किसी के लिए…’, ‘नैनों में बदरा छाए…’, रुक जा रात ठहर जा रे चंदा…’ व गायिका कमलेश्वरी के साथ युगल गीत ‘छुप गये सारे नज़ारे ओय क्या बात हो गई…’, बसंत कर्मकार व भूमि ने ‘हम तो तेरे आशिक हैं…’, ‘किसी राह में किसी मोड़ पर…’ व अन्य गीत, कमलेश्वरी ने ‘ये समां समां है ये प्यार का…’, ‘जिंदगी प्यार का गीत है…’ की सुमधुर प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया।
रमण कुमार ने ‘याद में तेरी जाग जाग के हम…’, ‘आजकल में ढल गया …’ व ‘यूं ही तुम मुझसे बात करती हो…’,  मनोज कुमार ने ‘तुझसे नाराज नहीं जिंदगी…’, रागिनी सिन्हा ने ‘ऐ दिले नादां…’, ‘छुप गया कोई रे…’ व ‘चांद फिर निकला मगर तुम ना आए…’ सुनाकर लता जी को श्रद्धांजलि दी।

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