बोकारो। अखिल भारतीय साहित्यिक संस्था राष्ट्रीय कवि संगम के झारखंड प्रांत इकाई द्वारा शनिवार की देर शाम गूगल मीट पर काव्य लहरी की पांचवीं कड़ी का आयोजन किया गया। राष्ट्रीय कवि संगम के बोकारो महानगर इकाई अध्यक्ष अरुण पाठक के संचालन में आयोजित इस काव्यगोष्ठी में बोकारो जिला इकाई से कवि सुनील कुमार सिंह, ठाकुर दास नायक, विद्या भूषण मिश्र, रांची से प्रेम सिन्हा, धनबाद से अजय कुमार झा, रामगढ़ से आशीष अग्रवाल, गढ़वा से जयपूर्णा विश्वकर्मा, दुमका से अमित कुमार झा व देवघर से माला द्वारी ने काव्य पाठ किया।
काव्य पाठ की शुरुआत बोकारो से कवि सुनील सिंह ने सरस्वती वंदना सुनाकर की। तत्पश्चात उन्होंने ‘गलवान घाटी के शहीदों को नमन’ शीर्षक कविता सुनाई। कवि ठाकुर दास नायक ने अपनी कविता में ठेकेदारी प्रथा के भ्रष्टाचार, कोरोना संकट व एक खोरठा गीत, विद्या भूषण मिश्र ने
‘कविता में विचारों की खनक टंकार होनी चाहिए, हमसभी की लेखनी में धार होनी चाहिए/असलहे जब भी कभी नाकाम से होने लगें, तो लेखनी को सरहदों के पार होनी चाहिए..’ सुनाकर सबकी प्रशंसा पाई। रांची से प्रेम सिन्हा ने ‘बेटियों का वर्णन’ शीर्षक कविता- ‘धर्म, कर्म, प्रेम, करुणा हैं बेटियां/क्यों अरमानों का कत्ल करते हैं हम…’ व ‘अमर शहीद’ शीर्षक कविता-‘आज देखो स्वतंत्रता दिवस आया है, अमर शहीदों की यादें समेट लाया है…’, दुमका से अमित कुमार झा ने ‘बेजुबानों का दर्द’, ‘राहें जिंदगी की’ व ‘नारी की ताकत’, देवघर से माला द्वारी ने ‘शिव वंदना’, गढ़वा से जयपूर्णा विश्वकर्मा ने ‘घडी की सुइयां चलती है’ व ‘सुपावन जल है’, धनबाद से अजय कुमार झा ने व्यंग्य कविता सुनाकर सबकी दाद पाई।
राष्ट्रीय कवि संगम बोकारो महानगर अध्यक्ष व काव्य लहरी-5 के संचालक अरुण पाठक ने बताया कि साप्ताहिक कार्यक्रम काव्य लहरी का आयोजन राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल की प्रेरणा से प्रांतीय अध्यक्ष व समाजसेवी सुनील खवाड़े की अध्यक्षता, राष्ट्रीय मंत्री व प्रांतीय प्रभारी दिनेश देवघरिया, प्रांतीय उपाध्यक्ष उदय शंकर उपाध्याय व पंकज झा, प्रांतीय महासचिव सरोज कांत झा के मार्गदर्शन, प्रांतीय संगठन सचिव राकेश नाजुक के संयोजन, सोशल मीडिया सहयोगी पियुष राज सहित विभिन्न जिलों के अध्यक्ष, महासचिव के सहयोग से प्रत्येक शनिवार की शाम 7.45 से 9.15 से तक गूगल मीट पर होता है। काव्य लहरी के आयोजन में सभी प्रांतीय व जिला पदाधिकारियों व सदस्यों का समर्थन व सहयोग प्रशंसनीय है।