जेएनएस। विश्व शांति हेतु आम जनता का संदेश लाखों लोगों तक पहुंचाने के लिए एकम् के प्रीथा जी एवम् कृष्णा जी कृत संकल्प हैं। इस क्रम में उन्होंने आम जन मानस से अपनी सक्रिय भागीदारी निभाने का आग्रह किया है । पूरी मानवता को शांति से रहने हेतु शांति संदेश का स्मरण कराने का आग्रह करते हुए उन्होंने आम जनता को भी पूरी सक्रियता निभाने का निवेदन किया है । हम आपका यह शांति उद्द्घोष विश्व को सुनाना चाहते हैं ।उसके लिए उन्हें एकम् मे बुलाकर अपने सामूहिक प्रयास में उनके योगदान के प्रति आशान्वित हैं । उन्होने विश्वास व्यक्त किया है कि उनका यह शांति उद्द्घोष अगली पीढी़ हेतु
एक सकारात्मक प्रभाव, उत्कृष्ट मानवता,
शांति की एक नई सुंदर स्थिति उत्पन्न करेगा। एकम् विश्व शांति पर्व शांति की कोई कार्यवाही नहीं है ।यह शांति के दिशा में एक चैतन्य आंदोलन है। यह ऑनलाइन बुद्धि ,विवेक एवं ध्यान की क्रिया 3 दिनों के लिए है। 17 सितंबर से प्रारंभ होकर 19 सितंबर तक चलने वाला यह कार्यक्रम प्रतिदिन 55 मिनट का होगा। प्रतिदिन एक बृहद विषय वस्तु पर केंद्रित रहेंगे, जिससे विश्व वर्तमान में संघर्ष कर रहा है और शांति हेतु ध्यान की क्रिया भी होगी। आर्थिक सुदृढ़ता, मतभेद निवारण एवं ग्रह समस्या के निवारण हेतु शांति का ध्येय मुख्य रूप से उनका उद्देश्य होगा।
पूरा विश्व वर्तमान समय में वैश्विक महामारी का सामना कर रहा है ,जो इतिहास में पहले उल्लेखित नहीं थी। यह एक दुख, तनाव एवं भावनात्मक वेदना का समय है हम सभी के लिए। इस दिशा में श्री प्रीथाजी और श्री कृष्णा जी , जो एकम् के रचनाकार हैं -रचयिता हैं , ने एकम् विश्व शांति पर्व का आयोजन किया है ।बहुत से सैकड़ों- हजारों लोग सेवा- शांति की अवस्था, बुद्धि -विवेक, जागृति एवं ध्यान के द्वारा इस पर्व में भाग लेने हेतु तैयार हों, यही एकम् का उद्देश्य है। सेवा के माध्यम से मानव चैतन्य -जागृति एवं ध्यान के द्वारा ज्यादा से ज्यादा लोगों को लाभ पहुंचाना हमारा मकसद है ।
हमने देखा है कि जब बृहद समूह में लोग एक साथ आते हैं तो भविष्य के लिए बुद्धि -विवेक, ध्यान एवं जागृति का प्रभाव सामूहिक रूप से प्रभावी होता है ।प्रारंभ के वर्ष 2018 में 10 लाख लोगों ने इसमें भाग लिया था ,वर्ष 2019 में 30 लाख लोगों ने भाग लिया। पिछले वर्ष 2020 में एक करोड़ से ज्यादा लोग विश्व भर से जुड़े थे ।इस वर्ष दो करोड़ से ज्यादा लोगों को विश्व भर में उनके अंतःकरण में शक्तिशाली आवश्यक परिवर्तन हेतु हम प्रतिबद्ध हैं।
एकम् विश्व शांति पर्व मे प्रसिद्ध गायिका अलका याग्निक, झारखंड सरकार के जल सन्साधन मंत्री मिथिलेश ठाकुर सहित अन्य कई मंत्रियों व विधायकों तथा अन्य विधाओं के गणमान्य लोगों ने अपनी सहमति प्रदान की है।