नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव ने गुरुवार देर रात एक नई ऊँचाई छू ली, जब भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के भीतर गहरे जाकर एक संयुक्त सैन्य अभियान के तहत सटीक हमले किए। यह कार्रवाई उसी दिन सुबह पाकिस्तान द्वारा किए गए बड़े पैमाने पर हवाई और तोपखाने हमले के जवाब में की गई।
भारतीय रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान ने गुरुवार सुबह जम्मू-कश्मीर के रणनीतिक क्षेत्रों—जैसे सतवारी, सांबा, आरएस पुरा और अरनिया—पर आठ मिसाइलें, कई ड्रोन और भारी तोपखाने से हमला किया था। भारत के एस-400 और आकाश एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी मिसाइलों को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिससे किसी प्रकार की जनहानि या नुकसान नहीं हुआ।
पाकिस्तानी हमले की रणनीति हमास के तरीकों से मेल खाती बताई जा रही है, जिससे पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठनों के बीच संभावित साठगांठ को लेकर चिंता बढ़ गई है। पहले से मिले खुफिया इनपुट्स में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में सक्रिय हमास और आईएसआई एजेंटों के बीच संपर्क की जानकारी थी।
भारत की जवाबी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत की गई, जिसमें थलसेना, वायुसेना और नौसेना की संयुक्त भागीदारी रही। इस ऑपरेशन में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और पंजाब प्रांत में स्थित नौ महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया गया। रक्षा मंत्रालय के अनुसार, लाहौर में स्थित एक उन्नत एयर डिफेंस सिस्टम को भी सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया गया।
यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुई है, जिसमें 26 निर्दोष नागरिक मारे गए थे। भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान आधारित आतंकी संगठनों को जिम्मेदार ठहराया था। जवाबी हमले में पाकिस्तान ने 26 मौतों और 46 घायल होने की बात स्वीकार की है, जिनमें महिलाएं और एक बच्चा भी शामिल हैं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शाहबाज़ शरीफ ने भारतीय कार्रवाई को “युद्ध की कार्यवाही” बताया और गंभीर नतीजों की चेतावनी दी है।
इधर, नियंत्रण रेखा (LoC) पर हालात और बिगड़ गए हैं। पाकिस्तान ने कुपवाड़ा, बारामूला, उड़ी, पुंछ और राजौरी में भारी गोलीबारी शुरू कर दी है। पाकिस्तानी मोर्टार हमलों में अब तक 16 भारतीय नागरिकों की मौत की खबर है, जिनमें तीन महिलाएं और पांच बच्चे शामिल हैं। भारतीय सेना ने दुश्मन की तोपों को जवाबी सटीक हमलों से निष्क्रिय किया है।
रक्षा मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि यह जवाबी कार्रवाई “समान क्षेत्र, समान तीव्रता” की नीति के तहत की गई, जो भारत की सीमा पार हमलों पर कड़ी प्रतिक्रिया की नीति को दर्शाता है। इस दौरान एकीकृत एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम और उन्नत एंटी-ड्रोन तकनीकों की भी अहम भूमिका रही।
फिलहाल, दोनों देशों में हाई अलर्ट जारी है और वैश्विक समुदाय इस लगातार बिगड़ती स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए है।