ऑपरेशन सिंदूर: क्या पाकिस्तान सेना और अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए?

नई दिल्ली  I इस्लामाबाद : भारत ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के जवाब में ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान-आधिकारिक कश्मीर (PoK) में स्थित 9 आतंकवादी शिविरों पर हमला किया। इस ऑपरेशन में भारत के सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया, जिनका संबंध जैश-ए-मोहम्मद (JeM), लश्कर-ए-तैयबा (LeT) और हिजबुल मुजाहिदीन (HM) जैसे आतंकवादी संगठनों से था।

ऑपरेशन सिंदूर, जो महज 25 मिनट में पूरा हुआ, भारत की एक सटीक और संयुक्त सैन्य कार्रवाई थी। इस ऑपरेशन में भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान और PoK में आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, ताकि आतंकवादी नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त किया जा सके।

हालांकि, पाकिस्तान के अधिकारियों ने पहलगाम हमले में अपनी संलिप्तता से इनकार किया था, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर के बाद जो घटनाएं सामने आईं, उनसे कई सवाल उठे हैं।

रिपोर्ट्स के अनुसार, मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार के दौरान पाकिस्तान सेना और पुलिस के अधिकारियों के साथ-साथ सरकारी अधिकारियों का भी वहां मौजूद होना देखा गया। खासकर, मुरिदके में तीन आतंकवादियों—क्वारी अब्दुल मलिक, खालिद और मुदस्सिर—के अंतिम संस्कार में पाकिस्तान सेना के अधिकारी और पुलिसकर्मी मौजूद थे।

इस अंतिम संस्कार की नमाज का नेतृत्व लश्कर-ए-तैयबा (LeT) के कमांडर हाफिज अब्दुल रऊफ ने किया, और इसमें पाकिस्तान के सिविल अधिकारियों और पाकिस्तान मार्कजी मुस्लिम लीग (JuD) के सदस्य भी शामिल थे। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो में शवों को पाकिस्तानी झंडे में लिपटे हुए देखा गया, जबकि पाकिस्तान सेना के अधिकारी और पुलिसकर्मी इन शवों के साथ अंतिम यात्रा में शामिल थे।

यह घटनाक्रम पाकिस्तान की आतंकवादियों को संरक्षण देने की नीति पर फिर से सवाल खड़ा करता है। पाकिस्तान सरकार ने हालांकि इस बारे में कोई स्पष्ट बयान नहीं दिया है, लेकिन इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय के बीच चिंता बढ़ा दी है।

One Comment on “ऑपरेशन सिंदूर: क्या पाकिस्तान सेना और अधिकारी ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हुए?”

  1. पाकिस्तान अब पूरे तरीके से आतंकिस्तान बन चुका है।

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