जेएनएस। झारखण्ड सरकार के द्वारा राज्य में हेल्थ कॉरीडोर बनाने के लक्ष्य के मद्देनज़र ईएसएल स्टील ने स्वास्थ्यसेवाओं के ढांचे को मजबूत बनाने के प्रयास किए हैं और महामारी की दूसरी लहर से लड़ने में योगदान दिया है। अपने हर कर्मचारी, समुदाय के सदस्यां और बिज़नेस पार्टनर्स की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने की वेदांता कीप्रतिबद्धता को सहयोग प्रदान करते हुए ईएसएल स्टील लिमिटेड ने अपने सभी हितधारको को महामारी से सुरक्षित रखने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठाए हैं।हाल ही में, झारखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 100 बैड्स वाले वेदांता कोविड केयर फील्ड अस्पताल का उद्घाटन किया। इस अस्पताल में कोविड मरीज़ों के लिए 10 आईसीयू बैड्स, 10 स्टैण्ड-डाउन आईसीयू, 40 चाइल्ड केयर युनिट्स और 40 ऑक्सीजन बैड्स हैं। फील्ड अस्पताल सदर हॉस्पिटल, बोकारो के विस्तार के रूप में काम करेगा, जहां ज़िले के अनुभवी एवं भरोसेमंद डॉक्टर मरीज़ों पर निगरानी रखेंगे।
वेदांता ईएसएल द्वारा किए गए कोविड राहत प्रयासों की सराहना करते हुए झारखण्ड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा, ‘‘मैं वेदांता ग्रुप एवं चेयरमैन अनिल अग्रवाल के प्रति आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने इतनी छोटी सी समय अवधि में आधुनिक एवं सभी सुविधाओं से लैस अस्पताल बनाया है। मुझे विश्वास है कि यह फील्ड अस्पताल न केवल बोकारो, बल्कि आस-पास के ज़िलों गिरीध, धनबाद एवं रामगढ़ के लिए भी कोविड राहत केन्द्र की भूमिका निभाएगा। मेरी सरकार झारखण्ड में हेल्थ कॉरीडोर बनाने के लिए तैयार है। मैं झारखण्ड को कोविड एवं अन्य रोगों जैसे कुपोषण और टीबी से मुक्त बनाना चाहता हूं। साथ ही, हम वेदांता जैसे कॉर्पोरेट्स के सहयोग से शिक्षा, ग्रामीण सशक्तीकरण एवं ओद्यौगिक विकास पर भी ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। मैं वेदांता ईएसएल द्वारा समुदाय के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करता हूं।’’
जिला एवं राज्य प्रशासन के सहयोग से स्टील जगत का यह दिग्गज महामारी की दूसरी लहर से लड़ने के लिए निरंतर नए प्रयास करता रहा है और देश को इस लड़ाई में पूरा योगदान देता रहा है। सरकारों की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए ईएसएल स्टील लिमिटेड ने महामारी के दौरान तकरीबन 500 ऑक्सीजन सिलिंडर डिलीवर किए। साथ ही झारखण्ड, बिहार और पंजाब को लगभग 500 मीट्रिक टन लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति दी। इसके अलावा, ईएसएल ज़िला एवं राज्य सरकार को 5500 ऑक्सीजन रेग्युलेटर उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है।
झारखण्ड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा, ‘‘मैं ईएसएल स्टील लिमिटेड के प्रति आभारी हूं जिन्होंने ज़रूरत के समय पर झारखण्ड के स्वास्थ्य विभाग को 1500 ऑक्सीजन फ्लो मीटर दिए। मैं ईएसएल मैनेजमेन्ट के सतत प्रयासों के लिए उनका धन्यवाद करता हूं और आश्वासन देता हूं कि हमारी ओर से कंपनी को हर ज़रूरी सहयोग दिया जाएगा। मेरा मानना है कि एक साथ मिलकर ही हम महामारी को मात दे सकते हैं।’’ 2020 में ईएसएल ने 80,100 से अधिक लाभार्थियों को भोजन, नाश्ता एवं सूखा राशन वितरित कर ज़िला प्रशासन को सहयोग दिया था।
ईएसएल समुदाय के द्वारा समुदाय के लिए है, और हर समय समाज की सेवा एवं सुरक्षा में तत्पर है।
ईएसएल की सीएसआर टीम अब तक छह टीकाकरण शिविर आयोजित कर चुकी है और 579 ग्रामीणों को टीके लगवा चुकी है। कंपनी ने सीएसई अस्पताल, चंदनकियारी, बोकारो को जीवन रक्षक उपकरण मुहैया कराए तथा 20 गांवों के समुदायों, कार्यकर्ताओं और पीआरआई सदस्यों के लिए कोविड जागरुकता एवं रोकथाम अभियानों का आयोजन किया।हाल ही में, ईएसएल ने बोकारो में स्वयं सहायता समूह के 300 सदस्यों एवं ग्रामीण महिलाओं को कोविड के बारे में जागरुक बनाने के लिए एक वेबिनार का आयोजन किया था। ईएसएल के जिविषा प्रोजेक्ट के तहत इस वेबिनार ने महिलाओं को कोविड-19 से बचने और टीकाकरण के महत्व पर जानकारी दी। सदस्यां को बताया गया कि कैसे वे अपने आपको और अपने परिवारजनों को कोविड-19 से सुरक्षित रख सकते हैं। वेबिनार के दौरान कोविड से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण पहलुओं पर रोशनी डाली गई तथा महिलाओं को समुदाय में उपलब्ध संसाधनों के बारे में जानकारी दी गई। इसके अलावा स्टील जगत के दिग्गज ने समाज की देखभाल के लिए मास्क एवं सैनिटाइज़र भी बांटें।2020 में एसएचजी महिलाओं ने 10.380 मास्क बनाए थे। इसी बहादुरी और कड़ी मेहनत के साथ, उन्हांने इस साल 5000 और मास्क बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
वेदांता ईएसएल हमेशा से अपने कर्मचारियों की देखभाल के लिए तत्पर है।
ईएसएल कंपनी के प्लांट परिसरों में कई शिविरों माध्यम से अपने 4000 कर्मचारियों और बिज़नेस पाट्र्रनर्स को टीके लगवा चुकी है।ईएसएल के लिए कंपनी के कर्मचारी इसकी पहली प्राथमिकता हैं। कंपनी ने महामारी के दौरान अपने कर्मचारियों, ज़िला प्रशासन, राज्य सरकार एवं फ्रंटलाईन कार्यकर्ताओं को 3000 से अधिक पीपीई किट्स बांटीं। ईएसएल के कर्मचारियों, आस-पास के गांवों और सरकार को सैनिटाइज़र की तकरीबन 5050 बोतलें दी जा चुकी हैं। ईएसएल के कर्मचारी ही इसकी ताकत हैं, उनके सहयोग और साहस के साथ ही ईएसएल सभी मुश्किल परिस्थितियों निरंतर आगे बढ़ रहा है।
ईएसएल के प्रयासों के सराहना करते हुए वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारी कर्मचारियों और समाज की सुरक्षा हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। मैं ईएसएल द्वारा समाज कल्याण के लिए किए गए प्रयासों की सराहना करता हूं। हाल ही में वेदांता ईएसएल ने सभी सुविधाओं से युक्त कोविड रिलीफ़ अस्पताल बनाया, जो महामारी की दूसरी लहर से निपटने में बेहद मददगार होगा। अस्पतला के चिकित्सक मरीज़ों निःशुल्क कन्सलटेशन देंगे। मैं आश्वासन देता हूं कि आने वाले समय में भी ईएसएल समाज को पूरा सहयोग प्रदान करता रहेगा। मैं झारखण्ड सरकार के प्रति आभारी हूं जिन्होंने हम पर और हमारे प्रयासों पर हमेशा भरोसा रखा।’’
एन. एल व्हाट्टे, ईएसएल स्टील लिमिटेड ने कहा, ‘‘झारखण्ड एवं आस-पास के राज्यों को ऑक्सीजन मुहैया कराने के अलावा ईएसएल महामारी से लड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। हमारे लिए सभी कर्मचारियों, समुदाय के सदस्यों और परिवारों का टीकाकरण मुख्य प्राथमिकता है। अब तक हम अपने 4000 कर्मचारियों और उनके परिवारजनों को टीके लगवा चुके हैं। एसएचजी महिलाओं को सहयोग प्रदान कर ईएसएल ने उन्हें महामारी से लड़ने में सक्षम बनाया है। इसके अलावा प्लांट में नियमित रूप से सैनिटाइज़ेशन किया जाता है। हम इस मुश्किल समय में सरकार की मदद कर रहे हैं और उम्मीद करते हैं कि जल्द ही हम महामारी पर जीत हासिल कर लेंगे।’’
ज़िला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के सहयोग वे पिछले सप्ताह वेदांता केयर्स कोविड फील्ड अस्पताल में एक टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया। शिवर को बहुत अच्छी प्रतिक्रिया मिली और 18-44 साल के लोगों को टीके लगाए गए। ईएसएल आने वाले समय में ऐसे कई और शिविर आयोजित करने की योजना बना रहा है।
ईएसएल ने अपने प्रयासों के माध्यम से सरकार, समुदाय एवं अपने कर्मचारियों को निरंतर सहयोग प्रदान करते रहने की शपथ ली है। कई स्थानों पर ऑक्सीजन की आपूर्ति का काम अभी भी जारी है। ईएसएल की कोविड टास्क फोर्स टीम यथासंभव देश को हर सहयोग प्रदान कर रही है। मैनेजमेन्ट भी मुश्किल के इस दौर में अपने कर्मचारियों को सुरक्षित रखने के लिए सभी ज़रूरी कदम उठा रहा है।