ऑपरेशन सिंदूर में खुलासा – देश में फैल रहा है खुफिया जाल
पिछले कुछ दिनों में भारत की सुरक्षा एजेंसियों ने जासूसी के खिलाफ एक बड़ा अभियान चलाया है। ऑपरेशन सिंदूर अभियान के तहत देश के अलग-अलग हिस्सों से 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इन लोगों पर आरोप है कि ये पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) को गोपनीय और संवेदनशील जानकारी भेज रहे थे। ये कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद शुरू हुई, जिसमें 26 से ज़्यादा आम नागरिक मारे गए थे।
गिरफ्तार लोग – तीन राज्यों से गिरफ्तारी
अब तक जिन लोगों को पकड़ा गया है, वे उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से हैं:
-
शहज़ाद (रामपुर, यूपी)
-
ज्योति मल्होत्रा (हिसार, हरियाणा)
-
अरमान (नूंह, हरियाणा)
-
मोहम्मद तारीफ (नूंह, हरियाणा)
-
नोमान इलाही (कैराना, यूपी)
-
ग़ज़ाला और यासीन मोहम्मद (मलेरकोटला, पंजाब)
-
देवेंद्र सिंह ढिल्लों (कैथल, हरियाणा)
-
मोहम्मद मुर्तजा अली (जालंधर, पंजाब; गिरफ़्तारी गुजरात पुलिस ने की)
शहज़ाद – बिज़नेसमैन से ISI एजेंट तक
सबसे चौंकाने वाली गिरफ्तारी शहज़ाद की हुई है, जो यूपी के रामपुर का एक व्यापारी है। जानकारी के अनुसार, वो कई बार पाकिस्तान गया और हर बार वहाँ से कपड़े लाने का बहाना बनाया। लेकिन जांच में सामने आया कि वह इन यात्राओं के दौरान सिम कार्ड्स, नकदी और अन्य सामान लाता था और स्थानीय लोगों को भी ISI के लिए भर्ती करता था।
उसके खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 148 और 152 के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिसमें राज्य के खिलाफ साजिश और राष्ट्रीय अखंडता को खतरे में डालने का आरोप है।
यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा – डिजिटल जासूसी का चेहरा
“Travel with Jo” नाम की यूट्यूब चैनल चलाने वाली ज्योति मल्होत्रा की गिरफ्तारी भी बेहद अहम है। उसके यूट्यूब पर लगभग 4 लाख सब्सक्राइबर्स हैं। जांच एजेंसियों का कहना है कि उसने पाक उच्चायोग के पूर्व अधिकारी अहसान-उर-रहीम उर्फ दानिश को भारत की सैन्य जानकारी दी।
वह 2023 में दो बार पाकिस्तान गई थी और कश्मीर की उसकी यात्राओं को भी शक की निगाह से देखा जा रहा है। उसकी ऑनलाइन गतिविधियों की पूरी जांच हो रही है।
नूंह, हरियाणा – नए सुराग, नई गिरफ्तारियां
नूंह ज़िले से अरमान और मोहम्मद तारीफ नाम के दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। इन पर आरोप है कि इन्होंने व्हाट्सऐप और टेलीग्राम के जरिए पाकिस्तान को सेना से जुड़ी जानकारी, फोटो और वीडियो भेजे। अरमान के मोबाइल से मिले डिजिटल सबूतों ने जांच टीम को चौका दिया।
पंजाब में सोशल मीडिया से जुड़ा जासूसी जाल
मलेरकोटला, पंजाब से ग़ज़ाला और यासीन को पकड़ा गया। ग़ज़ाला ने फरवरी में पाक उच्चायोग में वीजा के लिए आवेदन करते हुए “दानिश” से मुलाकात की थी। जबकि यासीन दो बार पाकिस्तान जा चुका है।
ग़ज़ाला खुद तो पाकिस्तान नहीं गई, लेकिन वह लगातार टेलीग्राम और व्हाट्सऐप के ज़रिए संपर्क में थी। ये दिखाता है कि सोशल मीडिया का इस्तेमाल अब जासूसी के लिए बड़े पैमाने पर किया जा रहा है।
ओडिशा की यूट्यूबर से पूछताछ
अब जांच ओडिशा तक पहुँच चुकी है। पुरी की यूट्यूबर प्रियंका सेनापति से पूछताछ की गई, जो 2024 में ज्योति मल्होत्रा के साथ यात्रा पर गई थीं। हालांकि प्रियंका का कहना है कि उनका रिश्ता सिर्फ प्रोफेशनल था, लेकिन अधिकारियों को शक है कि सोशल मीडिया और कंटेंट क्रिएशन का इस्तेमाल खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के लिए किया जा सकता है।
बड़े नेटवर्क की आशंका
पुरी के एसपी विनीत अग्रवाल ने कहा कि जांच अभी जारी है और यह पूरा मामला बहुत बड़े जासूसी नेटवर्क की ओर इशारा करता है, जिसमें सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर, व्यापारी और सामान्य नागरिक शामिल हो सकते हैं।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर खतरा
इन समन्वित गिरफ्तारियों से साफ हो गया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियाँ भारत में जासूसी के लिए नए-नए तरीके अपना रही हैं — केवल सीमावर्ती इलाकों को नहीं, बल्कि आम नागरिकों और डिजिटल माध्यमों को भी निशाना बनाया जा रहा है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत आगे और गिरफ्तारियां व खुलासे होने की उम्मीद है। सुरक्षा एजेंसियाँ हाई अलर्ट पर हैं और देश की सुरक्षा को हर हाल में सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही हैं।